सहरसा: कॉल गर्ल (Call Girl) सप्लायर महिला के पास से मिले एसपी के मोबाइल मामले में 36 घंटे के अंदर रिपोर्ट आ गई है. कोसी प्रक्षेत्र के डीआईजी शिवदीप लांडे (DIG Shivdeep Lande) ने बीते बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस मामले में बड़ा खुलासा किया है. महिला के पास से मिले मोबाइल और उसका वीडियो सामने आने के बाद जांच के लिए चार सदस्यीय टीम बनाई गई थी.


डीआईजी शिवदीप लांडे ने मधेपुरा के हेडक्वार्टर डीएसपी अमरकांत चौबे को इस मामले में क्लीन चिट दी और मोबाइल चोरी मामले में लापरवाही को लेकर विभागीय कार्रवाई के लिए लिखा है. डीआईजी ने कहा कि मधेपुरा के एसडीपीओ अजय नारायण यादव के कारण पुलिस की छवि धूमिल हुई है. खुलासा करते हुए डीआईजी ने यह बात कह कि इस मामले में मधेपुरा एसडीपीओ अजय नारायण यादव की भूमिका है. मुख्यालय को उन्हें हटाने के लिए लिखा गया है. उन्हें निलंबित करने के साथ उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई के लिए लिखा है.


यह भी पढ़ें- VIDEO: मेरा अपहरण नहीं हुआ है... मैं खुद रंजन को लेकर भागी हूं, बिहार के बेतिया का वीडियो हुआ वायरल


पांच लोगों को तत्काल प्रभाव से निलंबित


इधर, इस मामले में सदर थाना के एएसआई ब्रजेश चौहान, एक महिला पुलिसकर्मी इंदु देवी, प्रभात, टेक्निकल सेल के अमरेंद्र कुमार और अमर को इस वायरल वीडियो प्रकरण में दोषी पाते हुए तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है. जांच कमेटी में सुपौल के एसपी, सहरसा के हेडक्वार्टर डीएसपी, मधेपुरा के इंस्पेक्टर और सहरसा महिला थाना की थानाध्यक्ष को जिम्मा दिया गया था. बुधवार को टीम ने रिपोर्ट दी है.


वहीं दूसरी ओर डीआईजी ने कहा कि इस वायरल वीडियो मामले में बिहार पुलिस की छवि को कुछ मीडिया ने बढ़ा-चढ़ाकर धूमिल करने की कोशिश की है. जांच चल रही है. दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी.


यह भी पढ़ें- Bihar Politics: बीजेपी के बयान पर RJD का जवाब, संजय जायसवाल मानसिक रूप से बीमार, शिक्षा मंत्री ने दी ये सलाह