मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज (बुधवार) को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बिहार भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड के तहत 16 लाख 04 हजार 929 निबंधित निर्माण श्रमिकों के खाते में 802 करोड़ 46 लाख 45 हजार रुपये की राशि स्थानांतरिर की. वार्षिक वस्त्र सहायता योजना अंतर्गत उत्क्रमित सहायता राशि 5000 रुपये प्रति निर्माण श्रमिक को दी गई है. वहीं सीएम ने 'मुख्यमंत्री प्रतिज्ञा योजना' के वेब पोर्टल का भी शुभारंभ किया.

Continues below advertisement

सीएम ने दी श्रम संसाधन विभाग को बधाई

कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए श्रम संसाधन विभाग को बधाई देता हूं. समाज के अंतिम पायदान के लोगों को मुख्यधारा में लाने के लिए हमलोग शुरू से काम कर रहे हैं. राज्य जिस प्रकार विभिन्न क्षेत्रों में तरक्की के नये आयामों को छू रहा है उसमें हमारे श्रमिक भाई-बहनों का अतुलनीय योगदान है. उनके विकास के लिए सरकार लगातार काम कर रही है. 

श्रम संसाधन विभाग, बिहार सरकार के अंतर्गत बिहार भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार नियमावली, 2016 के तहत योग्य एवं निबंधित निर्माण कामगारों और श्रमिकों की सहायता के लिए वर्ष 2020 से वार्षिक वस्त्र सहायता योजना शुरू की गई थी. इस योजना में प्रत्येक निबंधित निर्माण श्रमिक को उनके बैंक खाते में प्रति वर्ष 2500 रुपये की राशि दी जाती है, जिसे अब बढ़ाकर 5 हजार रुपये कर दिया गया है.

Continues below advertisement

मुख्यमंत्री प्रतिज्ञा योजना राज्य सरकार की एक महत्वाकांक्षी पहल है, जिसका उद्देश्य राज्य के युवाओं को सशक्त बनाने के साथ ही उन्हें रोजगार आवश्यकताओं के अनुरूप तैयार करना है. इस योजना के अंतर्गत युवाओं को विनिर्माण एवं सेवा क्षेत्र में संरचित इंटर्नशिप अवसर उपलब्ध कराए जाएंगे, जिससे उन्हें व्यावहारिक अनुभव एवं आर्थिक सहयोग के साथ-साथ रोजगार सुनिश्चित करने का अवसर भी प्राप्त होगा. इस योजना के तहत वित्तीय वर्ष 2025-26 में 5,000 इंटर्नशिप अवसर उपलब्ध कराई जाएगी. आगामी पांच वर्षों में प्रत्येक वर्ष 20,000 अवसर प्रदान करने का लक्ष्य रखा गया है.

योजना के तहत कुल 1,05,000 अवसर होंगे उपलब्ध 

बता दें कि इस योजना के तहत कुल 1,05,000 अवसर उपलब्ध कराए जाएंगे. मुख्यमंत्री प्रतिज्ञा योजना का संचालन एक समर्पित डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से किया जा रहा है. यह पोर्टल युवाओं और उद्योगों को एक मंच पर लाकर एक-दूसरे से जोड़ने का कार्य करेगा. इससे बिहार के उद्योग और नियोक्ताओं एवं युवाओं के लिए सहूलियत होगी. पोर्टल के माध्यम से नियोक्ताओं एवं युवाओं के जरिए इंटर्नशिप अवसरों का लाभ उठाने के लिए रजिशटेशन किया जा रहा है. यह डिजिटल प्लेटफॉर्म राज्य के युवाओं की आकांक्षाओं और उद्योगों की आवश्यकताओं को जोड़ने वाला एक परिवर्तनकारी सेतु साबित होगा, जो कौशल विकास एवं समावेशी प्रगति की दिशा में बिहार को नई ऊर्जा प्रदान करेगा.

ये भी पढ़ें: बिहार: घूसखोरी के मामले में गिरफ्तार विनोद कुमार को निगरानी ने छोड़ा, कांड में आया नया मोड़