बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियां जोरों पर हैं. आज शाम निर्वाचन आयोग चुनाव कार्यक्रम की घोषणा करने वाला है. इस बीच यह जानना दिलचस्प होगा कि 2020 के चुनाव में किन राजनीतिक दलों ने हिस्सा लिया था और किसे कितनी सीटों पर जीत मिली थी.

Continues below advertisement

2020 के विधानसभा चुनाव में कुल मिलाकर बिहार की 243 सीटों पर मुकाबला हुआ था. उस चुनाव में एनडीए गठबंधन ने बहुमत हासिल करते हुए सरकार बनाई थी. एनडीए गठबंधन को कुल 125 सीटें मिली थीं और इसी के आधार पर नीतीश कुमार ने 16 नवंबर 2020 को सातवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी.

एनडीए में शामिल थे ये चार दल

जानकारी के अनुसार, एनडीए में चार दल भारतीय जनता पार्टी (BJP), जनता दल (यूनाइटेड), हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) और विकासशील इंसान पार्टी (VIP) शामिल थे. बीजेपी 110 सीटों पर चुनाव लड़ी थी और 74 सीटें जीतने में सफल रही. जेडीयू ने 115 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे और 43 सीटों पर जीत दर्ज की, हालांकि उसे 2015 की तुलना में 28 सीटों का नुकसान हुआ. जीतन राम मांझी की हम पार्टी ने 7 सीटों पर चुनाव लड़ा और 4 सीटें जीतीं, जबकि मुकेश साहनी की वीआईपी पार्टी 11 सीटों पर उतरी और 4 सीटें जीतकर उभरी.

Continues below advertisement

दूसरी ओर, महागठबंधन को कुल 110 सीटों पर जीत मिली. इसमें राष्ट्रीय जनता दल (RJD) सबसे बड़ी पार्टी रही, जिसने 144 सीटों पर चुनाव लड़ा और 75 सीटें जीतीं. कांग्रेस 70 सीटों पर लड़ी लेकिन केवल 19 सीटें जीत पाई. भाकपा (माले) ने 19 सीटों पर चुनाव लड़ा और 12 सीटें अपने नाम कीं. वहीं, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) ने 6 सीटों पर मुकाबला किया और 2 सीटें जीतीं, जबकि माकपा (CPM) ने 4 सीटों पर चुनाव लड़ा और 2 सीटें हासिल कीं.

20 सीटों में एआईएमआईएम ने जीती थी 5 सीटें

2020 में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम (AIMIM), मायावती की बहुजन समाज पार्टी (BSP) और उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (RLSP) ने मिलकर चुनाव लड़ा था. एआईएमआईएम ने पहली बार बिहार में 20 सीटों पर चुनाव लड़ा और 5 सीटें जीतने में सफल रही, जो सीमांचल क्षेत्र में उसका प्रभाव दिखाती हैं. बीएसपी ने 78 सीटों पर चुनाव लड़ा लेकिन केवल एक सीट (चेनारी) जीत पाई, जिसके विधायक जमा खान बाद में राजद में शामिल हो गए. वहीं, आरएलएसपी ने 99 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे, परंतु एक भी सीट नहीं जीत सकी.

LJP ने 135 सीटों पर लड़ा था चुनाव

चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) ने 2020 में अकेले दम पर 135 सीटों पर चुनाव लड़ा. पार्टी को 5.68 प्रतिशत यानी लगभग 23.83 लाख वोट मिले, लेकिन सिर्फ एक सीट पर जीत हासिल हो सकी. हालांकि माना जाता है कि लोजपा के उम्मीदवारों की मौजूदगी ने एनडीए, खासकर जेडीयू को नुकसान पहुंचाया था. कई सीटों पर लोजपा के वोटों का प्रतिशत जेडीयू की हार के अंतर से अधिक था.

99 सीटों पर महिलाओं का मतदान प्रतिशत पुरुषों से ज्यादा

दिलचस्प बात यह रही कि 2020 के चुनाव में एनडीए की जीती हुई 99 सीटों पर महिलाओं का मतदान प्रतिशत पुरुषों से ज्यादा था. इसने यह संकेत दिया कि बिहार की राजनीति में महिला मतदाताओं की भूमिका कितनी निर्णायक हो चुकी है. 2025 का चुनाव अब नजदीक है, लेकिन 2020 के ये आंकड़े आज भी बिहार की राजनीति की दिशा तय करने में अहम भूमिका निभा रहे हैं.