पटना: शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के दिए गए रामचरितमानस (Ramcharitmanas) पर बयान को लेकर अभी आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. इस मुद्दे को लेकर बीजेपी (BJP) काफी आक्रामक है. बीजेपी लगातार महागठबंधन सरकार को घेर रही है. वहीं, इस मुद्दे को लेकर पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) ने कहा कि पूरे हिंदू समाज में रोष है, लेकिन नीतीश कुमार (Nitish Kumar) और तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने ऐसे बयान की निंदा तक नहीं की. अब वह इसे अगड़े-पिछड़े की लड़ाई बताने की साजिश में लग गया है.

लग गया है साजिश- सुशील मोदी

सुशील मोदी ने कहा कि रामचरित मानस की निंदा करने वाले शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के बयान का बचाव कर आरजेडी ने हिंदू समाज को आहत किया. 'मानस' में सभी हिंदुओं की आस्था है और आज मंडल-कमंडल दोनों बीजेपी के साथ हैं. चंद्रशेखर के विरुद्ध दायर ये मुकदमें कई संवेदनशील व्यक्ति और सामाजिक संगठनों की ओर से दायर किये गए हैं. अब लालू प्रसाद बिहार को 1990 के दौर में नहीं लौटा सकेंगे. वह जमाना लद चुका है.

'30 से अधिक जिलों में मुकदमा'

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि चंद्रशेखर के विरुद्ध 30 से अधिक जिलों की सीजेएम अदालत में धारा 153-ए, 153-बी, 205-ए और 505 के तहत मुकदमे दर्ज हो चुके हैं. आइपीसी की इन धाराओं के अन्तर्गत बोल कर या लिख कर धार्मिक भावनाएँ आहत करने, समाज में धर्म-जाति के आधार नफरत फैलाने और राष्ट्रीय अखंडता पर चोट करने जैसे अपराध में तीन साल तक के कारावास, जुर्माना या दोनों की सजा दी जा सकती है. बीजेपी महिला मोर्चा की ओर से हर जिले में मानस पाठ कर मानस-विरोधी शिक्षा मंत्री के लिए सद्बुद्धि की कामनाएं की जा रही हैं.

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