पटना: बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) ने शनिवार को कहा कि बिहार के तीन जिलों में जहरीली शराब पीने से जिन 100 से ज्यादा लोगों की मौत हुई उनमें अधिकतर दलित, आदिवासी, गरीब और पिछड़े समाज के लोग हैं. इसके बाद भी जीतन राम मांझी, भाकपा (माले) और माकपा जैसे दलों ने सत्ता में बने रहने के लिए गहरी चुप्पी साध ली. जहरीली शराब ने इनकी आत्मा को भी मार डाला. इस दौरान सुशील कुमार मोदी ने जीतन राम मांझी के बयानों को याद दिलाते हुए निशाना साधा.


इतने संवेदनहीन मत बनिए...


सुशील कुमार मोदी ने कहा कि जीतन राम मांझी शराबबंदी के विरुद्ध रोज बयान देते थे और कहते थे कि पाव भर शराब पीने में कोई बुराई नहीं वे जहरीली शराब से मरने वालों के परिवार को सांत्वना देने तक नहीं गए. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने जहरीली शराब से मरने वालों के प्रति संवेदना प्रकट करना तो दूर, उनके परिवारों के प्रति भी कठोरता दिखाई. कहा कि अगर "जो पिएगा, वह मरेगा", तो क्या "जो पलटी मारेगा, वही राज करेगा?" मुख्यमंत्री को कहा कि इतने संवेदनहीन मत बनिए.


महागठबंधन केवल राजनीति कर रहा: सुशील मोदी


बीजेपी नेता ने कहा कि जब सड़क दुर्घटना में मरने वालों के आश्रितों को मुआवजा मिलता है तो जहरीली शराब से मरने वालों के परिवार को इससे वंचित क्यों किया जा रहा है? सुशील कुमार मोदी ने कहा कि नीतीश सरकार शराब का उत्पादन, तस्करी और बिक्री तो रोक नहीं पा रही है, लेकिन बीजेपी शासित राज्यों पर अनर्गल दोषारोपण कर रही है. कहा कि जहरीली शराब से सैकड़ों गरीब परिवार तबाह हो गए, जबकि पूरा महागठबंधन इस मुद्दे पर केवल राजनीति कर रहा है.


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