नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने आज के दिन (02 अक्टूबर) को खुद के लिए ऐतिहासिक बताया है. आरजेडी नेता ने गुरुवार (02 अक्टूबर, 2025) को अपने एक्स पोस्ट के जरिए बताया कि यह दिन क्यों खास है. साथ ही उन्होंने बीजेपी और आरएसएस पर हमला बोला है.

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अपने एक्स पोस्ट में तेजस्वी यादव ने लिखा, "2 अक्टूबर 2023 का वो ऐतिहासिक दिन जब प्रदेश की सबसे बड़ी पार्टी के उपमुख्यमंत्री के तौर पर हमने दशकों पुराने अपने जातिगत जनगणना के संकल्प को बिहार में जातीय सर्वेक्षण करवा कर पूरा किया था और रिपोर्ट सार्वजनिक की थी. 2 अक्टूबर 2023 के उसी विशेष दिन रिपोर्ट प्रकाशित कर हमने ऐलान कर दिया था कि अब समूचा देश जातीय जनगणना चाहता है, इसमें अब हम देर नहीं होने देंगे.

तेजस्वी ने कहा, "हमारे संघर्ष ने इस अड़ियल सरकार को झुका दिया, बीजेपी और आरएसएस वाले लोग, जो दिन-रात जातीय जनगणना की खामियां बताते थे, उसके विरोध में बयान देते थे. उनसे ही हमने राजनीतिक और सामाजिक दबाव डाल पूरे देश में जातीय जनगणना करवाने की घोषणा करवा दी. हालांकि उनकी मंशा और क्रियान्वयन पर संदेह है."

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एक्स पोस्ट के जरिए आगे कहा कि दलित पिछड़ा विरोधी आरक्षण चोर बीजेपी ने हमारी उस रिपोर्ट के अनुसार बढ़ाए गए 65 फीसद आरक्षण को संविधान की 9वीं अनुसूची में शामिल नहीं करके दलितों-पिछड़ों-अतिपिछड़ों और आदिवासियों के अधिकार पर डाका डाला है. डबल इंजन सरकार ने इन वर्गों के सीने में खंजर घोंपा है. एनडीए सरकार के आरक्षण विरोधी इस कदम से इन वर्गों को लाखों नौकरियों का नुकसान झेलना पड़ रहा है.

तेजस्वी ने की साथ देने की अपील

आरजेडी नेता ने अंत में साथ देने की अपील की है. उन्होंने लिखा, "पिछड़ों, वंचितों, दलितों, शोषितों और गरीबों के लिए तेजस्वी की लड़ाई जारी रहेगी और तब तक जारी रहेगी जब तक आबादी के अनुपात में हिस्सेदारी सुनिश्चित नहीं हो जाती. आरक्षण का दायरा 50 फीसद की सीमा को पार नहीं कर लेता. पिछड़े, दलित, शोषित, वंचित तथा गरीब वर्ग सक्षम, शिक्षित, आर्थिक और सामाजिक रूप से न्याय नहीं पा लेते. आर्थिक न्याय के लिए तेजस्वी को आप सबके साथ की जरूरत है."