Bihar Police Week: बिहार पुलिस मुख्यालय में शनिवार 22 फरवरी से आगामी 27 फरवरी तक पुलिस सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है, जिसका शुभारंभ बिहार सरकार  के मुख्य सचिव अमृतलाल मीणा ने किया. इस मौके पर बिहार पुलिस के मुखिया डीजीपी विनय कुमार सहित गृह विभाग के सचिव और इंस्पेक्टर स्तर से लेकर बड़े अधिकारी स्तर के सैकड़ों की संख्या में पुलिसकर्मी उपस्थित हुए.

अमृतलाल मीणा ने की पुलिस कर्मियों की सराहना

इस मौके पर मुख्य सचिव अमृतलाल मीणा ने पुलिस कर्मियों की काफी सराहना की और उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को कई मामलों में धन्यवाद दिया. डीजीपी ने कहा कि पहले की अपेक्षा अब पुलिस के कार्यों में काफी सुधार आ गया है. पहले कुछ कामों में परेशानी होती थी, लेकिन बिहार सरकार की जो नई-नई योजनाएं आईं हैं, उससे अब ज्यादा सहूलियत होने लगी है.

अमृतलाल मीणा ने अपने संबोधन में कहा कि बिहार पुलिस सप्ताह पुलिस को और सशक्त करने में बड़ा योगदान देता है. नए पुलिस पदाधिकारी को जानकारी देने के उद्देश्य से उन्होंने कहा कि बिहार पुलिस के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जरिए किए गए. कई काम कारगर साबित हुए हैं. इसमें सबसे बड़ी उपलब्धि है कि 2005 में 42000 पुलिस कर्मी थे. आज 2 लाख 27000 पुलिसकर्मी है. बिहार पुलिस में आज 29000 महिला पुलिस कर्मी है.

राज्य के 15% थाना के थाना प्रभारी महिला पुलिस अधिकारी हैं. 2005 में 1000 पुलिस की गाड़ियां थी. अभी बिहार पुलिस के पास 11000 गाड़ियां हैं. .बिहार की युवा आज बिहार में नए उद्यम क्षेत्र में निवेश कर रहे हैं. जिन लोगों ने पहले व्यवसाय के लिए बिहार को छोड़ दिया था, आज वह बिहार लौट रहे हैं. बिहार पुलिस में कुछ और नए बदलाव करने पर काम होगा. कानून व्यवस्था को मजबूत करने के लिए धन कमी नहीं होगी. 2016 से बिहार में शराबबंदी कानून जो बहुत कठिन कानून है उसे पूरा किया गया है.

उन्होंने बिहार पुलिस को सुझाव देते हुए कहा बिहार में ग्राम कचहरी के माध्यम से छोटे-मोटे विवादों कि निष्पादन में काम करना होगा. बिहार में 50 प्रतिशत विवाद के मामले भूमि विवाद से जुड़े होते हैं.भूमि विवाद की रिकॉर्ड नहीं होने के कारण सरकार उसे दुरुस्त करने में लगी हुई है. पंचायत स्तर तक सीसीटीवी कैमरे लगाये जा रहे हैं. सीसीटीवी कैमरा के माध्यम से भी अपराध के रोकथाम के लिए ध्यान सरकार का है.

बिहार के हर जिलाधिकारी को सीसीटीवी कैमरे शहरी क्षेत्र के साथ ग्रामीण क्षेत्रो में लगाने के लिए कहा गया है. उन्होंने कहा कि राज्य में ड्रग्स एक बड़ा समस्या सामने आया है युवा इससे जुड़ रहे हैं.संगठित अपराधी और भू माफिया बड़ी समस्या है. यह सब अभी भी पुलिस के लिए चुनौती बनी हुई है हम चाहेंगे कि इससे निपटने के लिए तेजी से काम किया जाए.

पुलिस सप्ताह में चर्चा का मुख्य विषय साइबर क्राइम

इस मौके पर पुलिस महानिदेशक (DGP) विनय कुमार ने कहा कि 1956 में अपराध नियंत्रण सप्ताह के रूप में पहला बिहार पुलिस सप्ताह मनाया गया था. बीच में काफी साल नहीं मनाया गया, मगर 2013 से लगातार मनाया जा रहा है. इस वर्ष की पुलिस सप्ताह में चर्चा का मुख्य विषय साइबर क्राइम और साइबर सिक्योरिटी का है. देश के सुरक्षा से जुड़ी हुई कई एजेंसी के प्रमुख इस विषय पर बिहार पुलिस को जागरूक करेंगे. हॉर्स और डॉग शो नुक्कड़ नाटक जनता के साथ संबंध को लेकर कार्यक्रम की शुरुआत करेंगे. उन्होंने कि इसका समापन समारोह मिथिलेश स्टेडियम में होगा, जिसमें मुख्यमंत्री को निमंत्रित किया गया है. समापन समारोह में पुलिस पदाधिकारीयों को सम्मानित किया जाएगा.

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