बिहार में नीतीश कुमार मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर कई तरह की चर्चाएं चल रही हैं. दरअसल नीतीश कैबिनेट में अब भी 10 मंत्रियों के पद खाली हैं, जिसमें से 6 पद जेडीयू के खाते में हैं तो चार पद बीजेपी कोटे के हैं. बिहार कैबिनेट के स्वरूप की बात करें तो मुख्यमंत्री के अलावे 35 मंत्री बनाए जा सकते हैं.
2025 बिहार विधानसभा चुनाव के परिणाम के बाद जब नई सरकार का गठन हुआ तो कुल 25 मंत्रियों ने शपथ ली. चुनाव परिणाम के बाद एनडीए के घटक दलों ने अपने जीते हुए उम्मीदवारों के गणित पर सीट सेटिंग का फार्मूला तय किया.
नीतीश कैबिनेट का विस्तार कब?
फॉर्मूले के हिसाब से बीजेपी जो कि सबसे बड़ी पार्टी थी उसके खाते में 17 मंत्री पद गए तो जेडीयू के खाते में 15, इसके साथ लोजपा रामविलास से दो, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा और राष्ट्रीय लोक मोर्चा से एक-एक मंत्री बनाया गया. मंत्री परिषद में 10 पद खाली होने के बाद यह चर्चा तेज है कि बिहार में खरमास के बाद नीतीश कैबिनेट का विस्तार होगा.
2020 में कब हुआ था कैबिनेट विस्तार?
2020 चुनावी परिणाम के बाद जब नीतीश कैबिनेट की रूपरेखा तैयार हुई थी तो मंत्रिमंडल विस्तार फरवरी महीने में हुआ था. ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि 14 जनवरी के बाद नीतीश कैबिनेट का विस्तार हो जाएगा.
नीतीश कैबिनेट विस्तार में नए चेहरे हो सकते हैं शामिल
इस विस्तार में कई नए चेहरे मंत्री भी बन सकते हैं क्योंकि जेडीयू हो या बीजेपी कई वरिष्ठ मंत्रियों के पास दो या दो से ज्यादा विभाग हैं. जेडीयू सूत्रों की मानें तो संगठन को ध्यान में रखते हुए पार्टी जातीय समीकरण को साधेगी और मंत्री बनाएगी तो वहीं बीजेपी कई नए शहरों को भी मौका दे सकती है. जेडीयू से श्याम रजक को मंत्री बनाया जा सकता है तो वहीं कुशवाहा वोट को साधने के लिए नीतीश कैबिनेट में एक बार फिर जयंत राज की वापसी हो सकती है.