Bihar News: बिहार में पूर्व मध्य रेलवे के समस्तीपुर मंडल के अंतर्गत सुपौल जिले में प्रस्तावित 'पिपरा रेलवे स्टेशन' के नाम को बदलने की प्रक्रिया औपचारिक रूप से प्रारंभ हो गई है. समस्तीपुर के उप मुख्य अभियंता (निर्माण) ने जिलाधिकारी सुपौल को पत्र लिखकर वैकल्पिक नाम सुझाने का अनुरोध किया है.
रेलवे ने पत्र में उल्लेख किया है कि सुपौल-पिपरा खंड पर प्रस्तावित नए ब्रॉडगेज रेलवे स्टेशन का नाम 'पिपरा' रखा गया था, लेकिन इसी नाम का एक स्टेशन पहले से ही मुजफ्फरपुर-बापूधाम मोतिहारी रेलखंड पर मौजूद है. यह समस्तीपुर मंडल के अंतर्गत ही आता है. रेलवे नियमों के अनुसार, नेटवर्क में दो स्टेशनों के नाम एक जैसे नहीं हो सकते इसलिए स्टेशन का नाम बदलना आवश्यक हो गया है.
स्टेशन का नाम 'अमहा पिपरा' रखने की अनुशंसा
इस पत्र के जवाब में जिलाधिकारी कौशल कुमार ने 18 अप्रैल को पूर्व मध्य रेलवे समस्तीपुर को प्रस्तावित नाम भेजते हुए 'पिपरा स्टेशन' का नाम बदलकर 'अमहा पिपरा स्टेशन' रखने की अनुशंसा की है. यह प्रस्ताव पिपरा विधानसभा क्षेत्र के विधायक रामविलास कामत और सुपौल लोकसभा क्षेत्र के सांसद दिलेश्वर कामत की संयुक्त अनुशंसा के आधार पर भेजा गया है.
दोनों जनप्रतिनिधियों ने अपने पत्रों में स्पष्ट किया है कि प्रस्तावित स्टेशन 'अमहा मौजा' के अंतर्गत आता है जो पिपरा विधानसभा क्षेत्र के अमहा पंचायत में स्थित है. ऐसे में 'अमहा पिपरा' नाम स्थानीय भौगोलिक और सामाजिक पहचान के अधिक निकट है. वहीं जिलाधिकारी ने रेलवे से आग्रह किया है कि जनप्रतिनिधियों की अनुशंसा और जनभावनाओं के आलोक में नाम परिवर्तन की प्रक्रिया को प्राथमिकता के साथ पूर्ण किया जाए.
बता दें कि सुपौल से पिपरा के बीच 24 अप्रैल 2025 से ट्रेन की सीटी बजने लगेगी. इससे आगे का काम भी युद्ध स्तर पर किया जा रहा है. जहां जल्द ही ट्रेन का परिचालन शुरू हो जाएगा. 24 अप्रैल से सुपौल-पिपरा के बीच नई रेल लाइन पर ट्रेन सेवाएं शुरू हो जाएंगी.
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