पटना: आईपीएस आदित्य कुमार (SSP Aditya Kumar) को गिरफ्तार करने के लिए एसआईटी (SIT) का गठन कर दिया गया है. टीम गिरफ्तारी के लिए दूसरे राज्यों में भी छापेमारी कर सकती है. इसका मतलब साफ है कि आईपीएस आदित्य कुमार किसी भी राज्य में हों उनकी गिरफ्तारी तय है. इस संबंध में बिहार पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने शुक्रवार को जानकारी दी है.


टीम को विशेष अधिकार: जेएस गंगवार


जेएस गंगवार ने बताया कि मामले का अनुसंधान आर्थिक अपराध इकाई के द्वारा किया जा रहा है. इस घटना में जांच के दौरान सामने आए सभी आरोपी पकड़े जा चुके हैं. इसमें मुख्य आरोपी आईपीएस आदित्य कुमार हैं जिनकी गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम का गठन किया गया है. टीम को विशेष अधिकार प्राप्त होगा. इस मामले में अंतरराज्यीय टीम बनाई गई है जो बिहार ही नहीं देश के अन्य राज्यों में भी जाकर जांच करेगी. उन्होंने बताया कि कानून से ऊपर कोई नहीं है. अनुसंधान जारी है.


शराब माफिया से मिलीभगत का आरोप


बता दें कि आदित्य कुमार पर गया के एसपी रहने के दौरान शराब माफिया से मिलीभगत का आरोप लगा था. इस पर जांच के लिए टीम बनाई गई थी. इसके साथ ही आदित्य कुमार पर जालसाजी के तहत अपने मित्र अभिषेक के माध्यम से बिहार पुलिस के डीजीपी एसके सिंघल को फोन करवाने और अपने ऊपर लगे केस को हटवाने का भी आरोप है. 


विशेष टीम में तेज तर्रार अफसर


बताया गया कि जिस विशेष टीम का गठन किया गया है उसमें तेज तर्रार अफसर हैं. वो इसलिए ताकि आदित्य कुमार को पकड़ा जा सके. ईओयू फरार आईपीएस आदित्य कुमार की गिरफ्तारी के लिए टेक्निकल इंटेलिजेंस की भी मदद ले रही है.


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