बिहार के सरकारी स्कूलों में बदलाव वाली तस्वीर दिखेगी. राज्य के सरकारी विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चे भी अब कंप्यूटर चलाएंगे. नई सरकार बनने के बाद शिक्षा विभाग इसकी तैयारी में जुट गया है. साथ ही सभी विद्यालयों में लैब सहित आधारभूत संरचना उपलब्ध कराने की तैयारी शुरू कर दी गई है. इसकी जानकारी प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मंगलवार (09 दिसंबर, 2025) को शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने दी. 

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सुनील कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार बनने के बाद शिक्षा में काफी सुधार हुआ है जिससे स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं की संख्या में काफी वृद्धि दर्ज की गई है. उन्होंने कहा कि राज्य के सभी सरकारी विद्यालयों के शिक्षकों से लेकर छात्र-छात्राओं को भी डिजिटल प्लेटफॉर्म मुहैया कराया जाएगा. इसको लेकर सभी विद्यालयों में लैब और टैब मुहैया कराने का प्रयास किया जा रहा है. 

टीआरई-4 के लिए रिक्त पदों का मांगा गया ब्योरा

दूसरी ओर शिक्षा मंत्री ने कहा कि एसटीईटी का रिजल्ट आने के बाद टीआरई-4 की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. सभी जिलों से रिक्त पदों का ब्योरा मांगा गया है. जनवरी (2026) के बाद शिक्षक नियुक्ति की संभावना है. उसके बाद ही लाइब्रेरियन की नियुक्ति शुरू होगी.

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एक करोड़ 9 लाख बच्चों को मिलता है मध्याह्न भोजन

सुनील कुमार ने कहा कि स्कूलों में पढ़ने वाले एक करोड़ 9 लाख बच्चों को प्रतिदिन बेहतर मध्याह्न भोजन उपलब्ध कराया जाता है. इसके लिए सभी विद्यालयों में दो लाख 14 हजार रसोइया बच्चों के लिए मध्याह्न भोजन बनाने में लगी हुई हैं.

शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने कहा कि राज्य में नौकरी और रोजगार परक शिक्षा की व्यवथा की जा रही है ताकि अधिक से अधिक युवकों को रोजगार मिल सके. इसके साथ ही राज्य के दिव्यांग बच्चों को बेहर शिक्षा व्यवस्था कराने की दिशा में सरकार कार्य कर रही है. दिव्यांग बच्चों को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए भी शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी.

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