पटना: जेडीयू (JDU) के पूर्व एमएलसी गुलाम रसूल बलियावी (Ghulam Rasool Baliyavi) ने झारखंड के हाजारीबाग में गुरुवार को विवादित बयान दिया है. उन्होंने बीजेपी (BJP) से निष्कासित नेता नुपुर शर्मा (Nupur Sharma) पर निशाना साधते हुए कहा कि मेरे आका की इज्जत पर हाथ डालोगे तो अभी तो हम कर्बला मैदान में इकट्ठा हुए हैं, उनकी इज्जत के लिए हम शहरों को भी कर्बला बना देंगे. वहीं, बलियावी ने राजनीतिक पार्टियों पर आरोप लगाया कि खुद को सेकुलर बताने वाली किसी पार्टी ने नुपुर शर्मा की गिरफ्तारी की मांग नहीं की. 


'किसी पार्टी ने नहीं उठाई आवाज'


गुलाम रसूल बलियावी ने कहा कि कोई रियायत नहीं होगी इसलिए कि मेरी ज़िंदगी मेरी नहीं है, मेरी सांसे मेरी नहीं हैं. जीने की तमन्ना वो करें जिसके पास रसूल का नूर न हो. हम तो इसी आरजू तमन्ना से जीते हैं कि मरने के बाद एक दिन ऐसा भी आएगा जब कोई नहीं रहेगा. मैं रहूंगा मेरा रसूल रहेगा, कोई समझौता नहीं होगा. वहीं, सेकुलर कहलाने वाले किसी पार्टी के नेता ने आवाज नहीं उठाई कि इस औरत को गिरफ्तार करो. इस पागल औरत को पकड़ो कोई आवाज़ नहीं उठी.


मुसलमानों के लिए हो सेफ्टी एक्ट- गुलाम रसूल बलियावी


जेडीयू नेता ने कहा कि रांची को जाम कर दो. अक्सर गैरों के झंडे लेकर निकलते हो. बता दो हुक्मरानों को कि हम राख के नीचे दबे ज़रूर हैं, बुझे नहीं हैं. दिल से जितने लोग साथ हो इन सारे मुद्दों पर अपना समर्थन अपनी हिमायत की ये 17 एजेंडे हैं. इन सारे एजेंडों को आपने सुन लिया और समझ लिया. क्या ये लागू होनी चाहिए? नामूस-ए-रिसालत पर कानून बननी चाहिए? दलितों की तरह मुसलमानों की सुरक्षा के लिए सेफ्टी एक्ट बनना चाहिए. सत्ता में हिस्सेदारी मिलनी चाहिए. मेरे बच्चों को रोजगार मिलना चाहिए. दहेज खत्म होना चाहिए.


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