बिहार से पूर्णिया सांसद पप्पू यादव के एक बयान ने देश में नई बहस को जन्म दे दिया है. बिहार में चुनावी माहौल के बीच सोमवार को न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए एक इंटरव्यू में पप्पू यादव ने मोहम्मद अली जिन्ना को लेकर जो बयान दिया वो राजनीति में बवाल मचा देने वाला है.
उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और पूर्व उपप्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी के पाकिस्तान दौरे का भी जिक्र किया और पूछा कि किसने जिन्ना की मजार पर चादर चढ़ाई थी?
मोहम्मद अली जिन्ना के बचाव में पप्पू यादव
दरअसल सांसद पप्पू यादव एएनआई पर मोहम्मद अली जिन्ना का बचाव करते नजर आए. पप्पू यादव ने दो टूक कहा है कि "जिन्ना चाहे कितने भी सही या गलत क्यों न हों, गाली के लायक नहीं हैं."
यानी पप्पू यादव की नजर में मोहम्मद अली जिन्ना को गाली देना गलत है. उन्होंने तर्क देते हुए कहा कि "देश के बंटवारे में अकेले जिन्ना की भूमिका नहीं थी, इसके लिए उस समय की परिस्थितियां ही ऐसी थीं."
पप्पू यादव ने राष्ट्रीय लोक मोर्चा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा के जरिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को दी गई नसीहत पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि "बिहार में हो रही घटनाएं और बिगड़ती कानून-व्यवस्था, नीतीश कुमार की विश्वसनीयता और व्यक्तित्व को नुकसान पहुंचाने की बीजेपी की कोशिश का हिस्सा है."
उन्होंने ये भी कहा कि उपेंद्र कुशवाहा और चिराग पासवान दोनों ही सरकार पर सवाल उठा रहे हैं. उन्होंने कहा, "गठबंधन धर्म के नाम पर वे उसी नेतृत्व पर हमला कर रहे हैं जिसके नेतृत्व में वे चुनाव लड़ने की योजना बना रहे हैं. मेरे विचार से, इससे साफ पता चलता है कि वे नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव नहीं लड़ेंगे."
वहीं मराठी भाषा विवाद पर पूर्णिया से निर्दलीय सांसद ने कहा, "हम मुंबई में मनसे प्रमुख राज ठाकरे से लड़ेंगे. बिहार में किसी भी मराठी संगठन को काम करने की अनुमति नहीं दी जाएगी."
तेजस्वी यादव को बताया 'अहंकारी युवराज'
9 जुलाई को मतदाता सूची संशोधन के खिलाफ महागठबंधन के विरोध प्रदर्शन के दौरान ट्रक पर चढ़ने की अनुमति नहीं दिए जाने की घटना के बारे में जब उनसे पूछे गया तो, पप्पू यादव ने कहा, "मैं गिर गया और मुझे चोट लग गई, पूरी दुनिया पप्पू यादव के लिए पागल है, मैं किसी के लिए नहीं बना हूं. 'अहंकारी युवराज' के साथ मंच साझा नहीं करूंगा. चूंकि मेरे नेता राहुल गांधी मौजूद थे, इसलिए पप्पू यादव को वहां रहने की कोई जरूरत नहीं थी."
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