पटना: शराब मामले में बीजेपी एमएलसी देवेश कुमार ने रविवार को अपनी सफाई दी. उन्होंने कहा कि उनके मित्र डॉक्टर संजय चौधरी की गाड़ी शहर के अटल पथ पर एक गाड़ी से टकरा गई थी, जिसके बाद वह वहां मामले को शांत कराने के लिए पहुंचे थे. देवेश कुमार ने कहा कि उन्होंने शराब नहीं पी थी. ब्रेथ एनालाइजर जांच मैंने इसलिए नहीं कराई क्योंकि अभी कोरोना टाइम है. मुझे पहले भी तीन बार कोरोना हो चुका है. ब्रेथ एनालाइजर जांच दिल्ली में भी नहीं होती है. इससे कोरोना का इंफेक्शन होने का खतरा रहता है. मैं पुलिस के साथ खुद पीएमसीएच गया. खून और पेशाब का सैंपल दिया. प्रारंभिक जांच में शराब के सेवन की पुष्टि नहीं हुई है.


बता दें कि सात जुलाई की रात अटल पथ पर डॉक्टर संजय चौधरी की गाड़ी ने एक गाड़ी को टक्कर मार दी थी. इस घटना के बाद डॉक्टर संजय चौधरी ने बीच बचाव के लिए अपने मित्र एवं बीजेपी एमएलसी देवेश कुमार को फोन करके बुलाया था. इसके बाद घटनास्थल पर देवेश कुमार अपने बॉडीगार्ड के साथ पहुंचे थे. उन्होंने मामले को शांत कराने की कोशिश की, लेकिन उनके मित्र संजय चौधरी ने जिस गाड़ी में टक्कर मारी थी उसमें सवार 4-5 युवकों से देवेश कुमार की बहस हो गई. इस दौरान एक युवक ने बीजेपी एमएलसी का वीडियो भी बनाया. यह वीडियो काफी वायरल हो रहा है.


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प्रारंभिक जांच में शराब के सेवन की पुष्टि नहीं


युवकों का आरोप है कि देवेश कुमार भी शराब पीकर आए थे. पुलिस ने देवेश कुमार की भी ब्रेथ एनालाइजर से जांच करने की कोशिश की, लेकिन देवेश कुमार ने मना कर दिया. इसके बाद पुलिस उनको पीएमसीएच ले गई, जहां देवेश कुमार के खून और पेशाब के सैंपल लिए गए. पुलिस का कहना है कि जांच रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई होगी. वैसे प्रारंभिक जांच में शराब के सेवन की पुष्टि नहीं हुई है.


जुर्माने भरकर कोर्ट ने मुक्त हुए डॉक्टर संजय


वहीं, जब तक देवेश कुमार घटनास्थल पर पहुंचते उससे पहले पुलिस वहां पहुंच गई थी और डॉ. संजय चौधरी को पकड़कर अपने साथ थाने ले गई. डॉ संजय चौधरी ने जिस गाड़ी को टक्कर मारी थी उस गाड़ी में सवार चार पांच युवक घटनास्थल पर थे, उन्होंने सजय पर शराब पीने का आरोप लगाया था. वहीं, ब्रेथ एनालाइजर से जांच में इस बात की पुष्टि हुई है कि डॉक्टर संजय चौधरी ने शराब पी रखी थी. इसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था. उनको न्यायालय में पेश किया गया, जहां से जुर्माने की राशि का भुगतान करने के बाद कोर्ट ने उन्हें मुक्त कर दिया.


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