JDU MLA Gopal Mandal: बिहार में लालू यादव के जरिए भीमराव अंबेडकर के अपमान का मामला इन दिनों गरमाया हुआ है. पूरा एनडीए लालू यादव और परिवार पर हमलावर है. यहां तक के बिहार राज्य अनुसूचित जाति आयोग ने आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव को नोटिस तक भेज दिया है. इस बीच नीतीश कुमार के बड़बोले विधायक गोपाल मंडल ने मंगलवार को बड़ी बात कही है. उन्होंने लालू यादव की जमकर तारीफ की और आरजेडी सुप्रीमो को पिछड़ों और दलितों का मसीहा बताया है.   

जेडीयू विधायक गोपाल मंडल ने क्या कहा?

जेडीयू विधायक गोपाल मंडल ने कहा है कि "लालू यादव कभी भीमराव अंबेडकर का अपमान नहीं कर सकते. जब उनकी सरकार बनी तो उन्होंने पिछड़े वर्गों को आवाज दी. उन्होंने पिछड़े समुदायों को जगाया और ऊंची जातियों के वर्चस्व को खत्म करने की कोशिश की. अब उनकी सेहत ठीक नहीं रहती और वो पैर चढ़ा कर बैठते हैं. पैर नहीं हठाया उन्होंने ध्यान नहीं दिया. इसका ये मतलब नहीं कि वो भीमराव अंबेडकर का अपमान कर रहे हैं. उन्होंने दलितों के लिए बहुत कुछ किया है. दलित बस्ती में जाकर वो उनसे मिलते थे. उनके हालात को सुधारने की पूरी कोशिश उन्होंने की है."

हालांकि इससे पहले बिहार राज्य अनुसूचित जाति आयोग ने बाबा साहब भीमराव अंबेडकर का अपमान करने के आरोप पर संज्ञान लेते हुए आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव को नोटिस भेजा है. 15 दिनों के अंदर जवाब मांगा गया है. पूछा गया है कि क्यों न आपके खिलाफ अनुसूचित जाति/जनजाति अत्याचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया जाए? अब लालू यादव इसका क्या जवाब देंगे ये देखने वाली बात होगी. 

लालू यादव पर क्यों लगा अपमान करने का आरोप 

दरअसल आरजेडी प्रमुख लालू यादव ने 11 जून को अपना 78वां जन्मदिन मनाया था. उसके बाद 14 जून को एक वीडियो सामने आया, जिसमें लालू यादव एक कुर्सी पर बैठे हैं और सामने एक दूसरी कुर्सी पर रखे हैं. इसी बीच एक समर्थक हाथ में अंबेडकर की तस्वीर लेकर आता है और लालू के साथ फोटो खिंचवाने लगता है. जिस तरह से फोटो खींची गई है, उससे लग रहा है कि अंबेडकर की तस्वीर लालू यादव के पैरों के पास है और अब इसी पर विवाद खड़ा हो गया है, लेकिन जेडीयू के विधायक गोपाल मंडल का मानना है कि लालू यादव कभी भीम राव अंबेडकर का अपमान कर ही नहीं सकते. 

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