Waqf Amendment Bill 2025: वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर विवाद लगातार गहराता जा रहा है. बिहार में नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू भी वक्फ संशोधन बिल को लेकर दो गुट में बंटती नजर आ रही है. जेडीयू के मुस्लिम नेता एक तरफ होते जा रहे हैं. बिल का जेडीयू एमएलसी गुलाम गौस पहले ही विरोध जता चुके हैं. अब पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव गुलाम रसूल बलियावी ने भी एनडीए सरकार को घेरा है. उन्होंने कहा कि वक्फ संशोधन बिल पर पार्लियामेंट में धर्मनिरपेक्ष और सांप्रदायिक सब नंगे हो गए, बिल की कॉपी आने के बाद बहुत जल्द मीटिंग बुलाई जाएगी.

उन्होंने कहा कि एदारा-ए-शरिया ने अपने सुझाव को जेपीसी, नीतीश, नायडू को भी दिया था. आज (गुरुवार) शाम तक बिल की कॉपी आ जाएगी. एदारा-ए-शरिया बड़ी बैठक करके फैसला करेगा. सिर्फ वॉल पर लिखने के लिए नहीं, वाट्सएप, फेसबुक पर सिर्फ ताना देने के लिए नहीं, मैदान में उतरने की हिम्मत रखिए और मीटिंग की जब खबर दी जाए तो आइए.

गुलाम रसूल बलियावी पर क्या बोले बीजेपी?

उधर गुलाम रसूल बलियावी के बयान पर बीजेपी प्रवक्ता नीरज कुमार की प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने कहा कि दरअसल, मसला ये है कि गुलाम रसूल जैसे दुकानदारों की दुकानदारी इससे बंद हो जाने वाली है. ये लोग वक्फ की 38 लाख एकड़ जमीन को हड़पकर उसकी दलाली करते थे. उसे इन्होंने व्यवसाय बना लिया था. एक भी मुस्लिम बच्चा बताइयेए पूरे देश में जो वक्फ की आय से कहीं पढ़ाई कर रहा हो. ये सब उसे अपनी बपौती समझकर उसका उपयोग करते थे. बिल्डरों, दुकानदारों को देकर मोटा-काला धन वसूलते थे.

उन्होंने कहा कि इनकी दुकानदारी अब बंद होने वाली है, दलाली बंद होने वाली है. सही मायने में जो गरीब पसमांदा गरीब मुस्लमान हैं उनको उनका हक मिलने जा रहा है. पीएम मोदी सही मायने में देश में धर्मनिरपेक्षता स्थापित करने जा रहे हैं तभी तो परमांदा समाज, गरीब मुस्लमान, बोहरा समाज पीएम मोदी को धन्यवाद दे रहे हैं.

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