बिहार के सीतामढ़ी रेलवे स्टेशन परिसर में शुक्रवार (29 नवंबर) को करीब दो बजे भीषण आग लग गई. हालांकि आग कैसे लगी इसका पता नहीं चल सका है. कई घंटों तक काफी मशक्कत करने के बाद आग पर काबू पाया जा सका है. इस घटना में रेलवे को कितनी की क्षति हुई है, इसका कोई जवाब स्थानीय स्टेशन के अधिकारियों के द्वारा नहीं दिया जा रहा है.
क्षति के आंकलन के बाद कुछ बताने की बातें कही जा रही है. इस भंयकर आग से आसपास मौजूद लोगों में अफरा-तफरी मच गई. जैसे ही आग खबर तेजी से फैली आसपास के इलाके हड़कंप मच गया. तुरंत आग की सूचना रेलवे कर्मचारियों को दी गई. जिसके बाद आग पर काबू पाने के प्रयास किए गए.
आग लगने से चारों ओर मची अफरातफरी
स्टेशन परिसर में आग लगते ही यात्रियों में इधर उधर भागने और अपना बचाव करने को लेकर अफरातफरी मच गई. कई यात्रियों को भागने की वजह से चोट लगने की भी खबर मिली है. आग की लपटें भीषण थी. पूरा परिसर धुंए से चारों ओर काला ही काला नजर आ रहा था.
इस घटना पर वहां मौजूद बहुत सारे युवकों का कहना था कि आग की ऐसी लपटें और धुंआ पहले कभी नहीं देखा था. बहरहाल सूचना मिलने पर अग्निशमन दस्ता मौके पर पहुंचा. कर्मियों द्वारा जैसे-तैसे आग पर काबू पाया.
रेलवे का आग बुझाने का यंत्र बेकार निकला
सीतामढ़ी रेलवे स्टेशन में भीषण आग लग गई है. यह आग देखते ही देखते बड़ा रूप धारण कर लिया. लोग आग की भीषण लपटों और धुंआ की तस्वीरें ले रहे थे. अग्निशमन की गाड़ियां मौके पर पहुंची. हालांकि गाड़ियां छोटी होने के कारण उसे आग पर काबू पाने में परेशानी हुई. तब अग्निशमन की बड़ी गाड़ियों को बुलाया गया. उसके बाद आग पर काबू पाया जा सका.
स्थानीय लोगों ने बताया कि रेलवे स्टेशन का नव निर्माण कराया जा रहा है, जिसके लेकर प्लास्टिक की पाइप बड़ी संख्या में परिसर में रखी है. उसी पाइप में अचानक से आग लग गई. सीतामढ़ी रेलवे स्टेशन पर आग पर काबू पाने के लिए अग्निशमन यंत्र है, जो आग बुझाने में काम नहीं आ सका. खबर मिली है कि उक्त यंत्र किसी काम का नहीं है.