पटना: बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने स्वास्थ्य विभाग में एक बार फिर बहाली का एलान किया है. मंगलवार को सदन में तेजस्वी यादव ने कहा कि सरकार ने स्वास्थ्य विभाग में ही 1.6 लाख लोगों को नौकरी देने का फैसला किया है. उपमुख्यमंत्री सह स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव ने यह स्पष्ट किया कि सरकार कर्मचारियों की ओर से किसी भी तरह की ढिलाई को बर्दाश्त नहीं करेगी.


700 डॉक्टरों पर शुरू की गई कार्रवाई 


तेजस्वी यादव ने बताया कि लंबे समय से ड्यूटी से अनुपस्थित रहने वाले 700 डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की गई है. कैबिनेट की एक बैठक में ऐसे 70 अनियमित अधिकारियों की बर्खास्तगी के आदेश पारित किए गए हैं. सदन में तेजस्वी यादव के भाषण के बाद स्वास्थ्य विभाग की बजटीय मांग को विपक्ष की अनुपस्थिति में ध्वनि मत से पारित कर दिया गया.


डीएमसीएच को किया जाएगा विकसित


सूबे की बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर तेजस्वी यादव ने कहा कि पीएमसीएच की तर्ज पर अब डीएमसीएच को भी विकसित किया जाएगा. बिहार के सुपौल, मुंगेर और गोपालगंज में नए मेडिकल कॉलेज खुलेंगे. तेजस्वी ने कहा कि जब जिलों में ही बेहतर स्वास्थ्य सुविधा लोगों को मिलने लगेगी तो उन्हें पटना नहीं आना पड़ेगा.


सृजित किए गए आठ हजार पद: तेजस्वी


स्वास्थ्य विभाग में 1.60 लाख नई भर्तियों के साथ ही तेजस्वी ने यह भी कहा कि आठ हजार पद सृजित किए गए हैं. आशा-ममता कार्यकर्ताओं के मानदेय को बढ़ाया जाए इस पर भी विचार हो रहा है. एएनएम और हेल्थ मैनेजर का भी स्टेट कैडर बनेगा. नई रेफरल पॉलिसी से प्रशिक्षित स्वास्थ्यकर्मियों की तैनाती की जाएगी. डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा कि जिला अस्पताल के बाद अब मिशन 60 पीएचसी तक लागू होगा ताकि बेहतर स्वास्थ्य सुविधा लोगों को मिल पाए.


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