मुजफ्फरपुर में सोमवार (15 दिसंबर, 2025) की सुबह उस वक्त हड़कंप मच गया जब एक घर से चार लाशें फंदे से लटकी मिलीं. घटना जिले के सकरा थाना क्षेत्र के मिश्रौलिया गांव की है. एक ही परिवार के चार लोगों की मौत से सनसनी फैल गई. मरने वालों में पिता और उसकी तीन बेटियां हैं. सभी के शव फंदे से लटके थे.

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मृतकों की पहचान पिता अमरनाथ राम (36-37 वर्ष), बेटी अनुराधा कुमारी (11-12 वर्ष), शिवानी कुमारी (करीब 10 साल) और राधिका कुमारी (करीब 7-8 वर्ष) के रूप में की गई है. बताया जा रहा है कि अमरनाथ राम ने अपने दो बेटों शिवम (6 साल) और चंदन (करीब 4 साल) को भी फांसी लगवाया था, लेकिन ये दोनों बच गए. इनके शोर मचाने के बाद गांव के लोग जुटे. ये घटना देर रात की ही बताई जा रही है.

पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया शव

घटना की सूचना मिलते ही सकरा थाने की पुलिस मौके पर पहुंची. शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया. इस घटना के बाद गांव में मातमी सन्नाटा पसरा है. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है तो वहां आसपास के लोग शोक में हैं. पुलिस ने आगे की प्रक्रिया शुरू कर दी है. आसपास के लोगों से इस घटना को लेकर पूछताछ की. कारण जानने का प्रयास किया.

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ग्रामीणों के अनुसार, अमरनाथ राम लंबे समय से कर्ज और आर्थिक तंगी से जूझ रहा था. आशंका जताई जा रही है कि इसी दबाव में आकर उसने इस तरह का खौफनाक कदम उठाया है. हालांकि जांच के बाद ही इस आत्महत्या के पीछे का कारण स्पष्ट होगा.

अमरनाथ के बारे में गांव के ही एक व्यक्ति ने कहा, "ये कमाना नहीं चाहता था. पहले पत्नी कमाती थी तो चल जाता था. ये सुबह चला जाता था. घूमते हुए रात में आता था. किसी का कुछ काम करता था पैसा मिल जाता था." एक दूसरे व्यक्ति ने कहा, "दारू पीता था… लाइट… जलावन किसी चीज की सुविधा इसके पास नहीं है. नशेड़ी था.

रात में सब लोगों ने खाया था खाना

अमरनाथ की पत्नी की मौत हो चुकी है. बेटे शिवन ने बताया कि रात में सब लोगों ने खाना खाया था. उसने बताया कि पिता ने ही सबको फंदे से लटकाया था और ट्रंक से कूदने के लिए कहा था. वह (शिवम) जब कूदा तो गर्दन में दर्द हुआ तो उसने फंदा खोल दिया. फिर उसने अपने भाई चंदन के गले से भी फंदा निकाल दिया. इस तरह दोनों बच गए. फिलहाल पुलिस ने दोनों बच्चों को अपने पास रखा है.