समस्तीपुर जिले की 10 विधानसभा सीटों पर एबीपी बिहार एक्सपर्ट एग्जिट पोल 2025 के मुताबिक एनडीए को सात और महागठबंधन को तीन सीटों पर बढ़त मिलती दिख रही है. इस बार का चुनाव स्थानीय समीकरणों, जन सुराज और निर्दलीय उम्मीदवारों के प्रभाव से काफी दिलचस्प हो गया है.
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, समस्तीपुर की 10 सीटों पर मुकाबला दिलचस्प है. एनडीए सात पर आगे, जबकि महागठबंधन तीन पर मजबूती से टिका हुआ है. स्थानीय मुद्दे, जातीय समीकरण और बगावती प्रत्याशी इस बार चुनावी नतीजों की दिशा तय कर सकते हैं.
कल्याणपुर में सीपीआईएम का बांट वोट
पत्रकार संजीव नैपुरी के अनुसार कल्याणपुर में जदयू और सीपीआईएम के बीच सीधा मुकाबला था, लेकिन जन सुराज के मैदान में उतरने से सीपीआईएम का वोट बंट गया, जिसका सीधा फायदा जदयू को मिला. वहीं, अरविंद कुमार साह ने कहा कि वारिसनगर में लोग विकास देखकर जदयू को वोट दे रहे हैं, क्योंकि सीपीआईएम और जन सुराज का प्रभाव लगभग खत्म हो चुका है.
समस्तीपुर की 10 सीटों का पार्टीवार बंटवारा-
- जदयू: 5 सीटें - बीजेपी: 2 सीटें - राजद: 2 सीटें - CPI(M): 1 सीट
पत्रकार अंगद सिंह का कहना है कि समस्तीपुर विधानसभा में जदयू को इस बार अपने प्रत्याशी की मजबूत छवि का फायदा मिलेगा, जबकि राजद विधायक के खिलाफ जनता में नाराजगी देखी जा रही है.
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मोरवा में राजद को मिलेगा सीधा फायदा
पत्रकार छोटू कुमार ने बताया कि उजियारपुर में जन सुराज के प्रत्याशी की छवि एलजेपी (रामविलास) के खिलाफ भारी पड़ रही है, जिससे राजद को मामूली अंतर से जीत मिल सकती है. वहीं, प्रवीण प्रियदर्शी का कहना है कि मोरवा में जदयू जीत सकती थी, लेकिन निर्दलीय अभय सिंह के उतरने से वोट बंट गए और इसका फायदा राजद को मिलने वाला है.
पत्रकार अविनाश कुमार के मुताबिक, सरायरंजन में राजद की जीत की संभावना थी. मगर निर्दलीय प्रत्याशी कुणाल और डॉ. अमरेंद्र सिंह की मौजूदगी से समीकरण बिगड़े हैं, जिससे जदयू को बढ़त मिलती दिख रही है.
मोहिउद्दीननगर में दिख रही बीजेपी की राह आसान
विजेंद्र चौहान ने बताया कि मोहिउद्दीननगर में जन सुराज के प्रत्याशी की वजह से बीजेपी की राह आसान हो गई है. यहां राजद प्रत्याशी की छवि और विवादों ने मतदाताओं को प्रभावित किया है.
रत्न शंकर के अनुसार, विभूतिपुर में राजद और जन सुराज के बीच वोट बंटने से सीपीआईएम को अप्रत्याशित लाभ मिल सकता है. वहीं मुकेश कुमार ने बताया कि रोसड़ा में कांग्रेस प्रत्याशी के बाहरी होने और सीपीआईएम उम्मीदवार के नामांकन रद्द होने के कारण बीजेपी को फायदा मिल रहा है. पत्रकार प्रमोद कुमार ने कहा कि हसनपुर में पिछली बार तेज प्रताप यादव की वजह से जदयू को हार मिली थी, लेकिन इस बार राजद के वोट बैंक में सेंध लगाकर जदयू बाजी मार सकती है.