Bihar Elections 2025: बिहार में एनडीए या महागठबंधन... जेडीयू-बीजेपी को जीत की उम्मीद, क्या MGB पलट देंगे बाज़ी, आज नतीजे का दिन
Bihar Election Results 2025: बिहार में 243 सीटों पर मतगणना आज सुबह 8 बजे शुरू होगी. NDA VS Mahagathbandhan की लड़ाई में कौन जीतेगा? यहां जानें पूरी अपडेट

बिहार में 18वीं विधानसभा के गठन के लिए 14 नवंबर, शुक्रवार को मतगणना होगी. राज्य भर में राजनीतिक तापमान चरम पर है. दो चरणों वाला विधानसभा चुनाव 11 नवंबर 2025 को संपन्न हो गया है. इसके साथ ही 2,616 उम्मीदवारों का भाग्य तय हो गया है.
6 नवंबर को पहले चरण के मतदान में 18 ज़िलों की 121 सीटों पर मतदान हुआ, जबकि 11 नवंबर को दूसरे चरण में 20 ज़िलों की शेष 122 सीटों पर मतदान हुआ. 243 विधानसभा सीटों के लिए महत्वपूर्ण लड़ाई अब पूरी हो चुकी है, और सभी की निगाहें उन मतगणना केंद्रों पर टिकी हैं जो बिहार के राजनीतिक नेतृत्व का भविष्य तय करेंगे.
NDA बनाम महागठबंधन
बिहार विधानसभा चुनाव 2025, BJP और JDU के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) और RJD नेता तेजस्वी यादव के नेतृत्व वाले कांग्रेस और वामपंथी सहयोगियों वाले महागठबंधन के बीच सीधी टक्कर में बदल गया है. यह चुनाव तय करेगा कि क्या बिहार के सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहे नीतीश कुमार, जिनका नौ बार कार्यकाल 19 साल का रहा है, अपनी सत्ता जारी रखेंगे या तेजस्वी यादव आखिरकार पीढ़ीगत बदलाव लाएंगे.
इस लड़ाई में और भी रोचकता प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी ने जोड़ दी है, जो NDA और भारत, दोनों ही धड़ों से बाहर तीसरे मोर्चे के रूप में अपनी शुरुआत कर रही है. हालांकि इसके प्रभाव का परीक्षण अभी बाकी है, लेकिन पार्टी के 238 उम्मीदवार कांटे की टक्कर वाले निर्वाचन क्षेत्रों में नतीजों को नया रूप दे सकते हैं.
नीतीश फैक्टर और सत्ता विरोधी लहर का सवाल
साल 2005 से लगभग लगातार बिहार पर के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए, यह चुनाव सरकार पर जनमत संग्रह जितना ही सहनशक्ति की परीक्षा भी रहा है. कई बार गठबंधन बदलने के बाद, उनकी विश्वसनीयता और निरंतरता चुनाव प्रचार के मुख्य प्रश्न बन गए. JDU की सीटों की संख्या में पिछले एक दशक में भारी गिरावट आई है. साल 2010 में सीटों की संख्या 115 से घटकर साल 2020 में 43 रह गई.
साल 2020 के चुनाव में 74 सीटों के साथ NDA की सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी BJP, उस सफलता को दोहराने के लिए अपनी संगठनात्मक ताकत और कल्याणकारी योजनाओं पर भरोसा कर रही है. RJD के तेजस्वी के नेतृत्व में महागठबंधन के नेताओं ने नीतीश पर सरकार की थकान और BJP पर कथित अतिक्रमण को लेकर हमला बोला है और खुद को 'बदलाव' का चेहरा बताया है.
मुफ्त उपहार और वादे
इस चुनाव में दोनों खेमों की ओर से वादों और मुफ्त उपहारों की बाढ़ देखी गई. NDA ने 1.5 करोड़ महिलाओं को 10,000 रुपये की सीधी वित्तीय सहायता, 2 लाख रुपये की पारिवारिक सहायता और प्रति परिवार 125 यूनिट मुफ्त बिजली देने का वादा किया है. इसने विधवाओं और बुजुर्गों के लिए 1,100 रुपये और पीएम किसान योजना के अलावा किसानों के लिए 3,000 रुपये की पेंशन की भी घोषणा की है.
दूसरी ओर महागठबंधन ने और भी आक्रामक पेशकश की. महिलाओं के लिए 'माई बहन मान योजना' के तहत 30,000 रुपये, 200 यूनिट मुफ्त बिजली, हर परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी, 1,500 रुपये तक की सामाजिक पेंशन और 25 लाख रुपये तक का मुफ्त स्वास्थ्य बीमे का ऐलान किया.
महिलाओं और युवाओं की निर्णायक भूमिका
बिहार के राजनीतिक परिदृश्य में महिला मतदाता निर्णायक शक्ति के रूप में उभर रही हैं. साल 2010 से लगातार पुरुषों की तुलना में उनका मतदान प्रतिशत इस चुनाव को भी प्रभावित करने की उम्मीद है. अकेले पहले चरण में ही, मतदान प्रतिशत 65.08 प्रतिशत तक पहुंच गया, जो राज्य के इतिहास में एक रिकॉर्ड है. दोनों ही दलों ने महिलाओं के बीच आक्रामक प्रचार किया और गृहणियों और स्वयं सहायता समूहों को साधते हुए कल्याणकारी वादे किए.
राज्य के कुल 7.43 करोड़ मतदाताओं में से, 3.5 करोड़ महिला मतदाता और 20-29 आयु वर्ग के 1.63 करोड़ मतदाता थे, जिससे युवा मतदाता एक और प्रमुख मतदाता बन गए. 14 लाख पहली बार मतदान करने वाले मतदाताओं की उपस्थिति अंतिम परिणाम में और अनिश्चितता पैदा करती है.
किसने कितने उम्मीदवार उतारे?
बिहार का 2025 का चुनाव एक जटिल सामाजिक और राजनीतिक अंकगणित को दर्शाता है. NDA ने JDU और बीजेपी से 101101, LJP (R) से 28, और HAM और RLM से छहछह उम्मीदवार मैदान में उतारे. महागठबंधन में RJD के 143, कांग्रेस के 61 और सीपीआई(एमएल) के 20 उम्मीदवार शामिल थे. नए चेहरे जन सुराज ने 238 सीटों पर चुनाव लड़ा, जबकि 926 निर्दलीय उम्मीदवार भी मैदान में उतरे.
दोनों ही गठबंधनों महिलाओं और मुस्लिम उम्मीदवारों को मैदान में उतारा, हालांकि उनका प्रतिनिधित्व मामूली रहा. दोनों खेमों ने क्रमशः 34 और 31 महिला उम्मीदवार मैदान में उतारे.
चुनाव मैदान में मंत्री और दिग्गज
नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल के 35 मंत्रियों में से 29 ने इस चुनाव में दोबारा चुनाव लड़ा. जिसमें दोनों उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा और सम्राट चौधरी भी शामिल हैं. इनमें से 17 BJP के और 12 जदयू के हैं, जिससे यह सत्तारूढ़ गठबंधन के लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई बन गई है.
Source: IOCL





















