बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजे शुक्रवार, 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगें. फिलहाल काउंटिंग जारी है. इसी के साथ साथ सभी की निगाहें उन महत्वपूर्ण सीटों पर हैं जो राज्य के राजनीतिक भविष्य को आकार दे सकती हैं. दो चरणों में हुए बिहार चुनावों में इस बार 1951 में हुए पहले चुनावों के बाद से राज्य में सबसे ज्यादा 66.91% मतदान हुआ है. राज्य में सबसे ज्यादा चर्चित मुकाबला महुआ सीट का रहा. यहां राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव 2015 में जीती गई अपनी सीट को फिर से हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं. हालांकि तेज प्रताप का खेल बिगड़ता हुआ नजर आ रहा है.
तेज प्रताप चार राउंड की गिनती के बाद पिछड़ेचार राउंड की गिनती के बाद जनशक्ति जनता दल के उम्मीदवार तेज प्रताप यादव पिछड़ गए हैं. वे 10776 वोटों से पीछे चल रहे हैं और अभी तक उन्हें 2121 वोट मिले हैं. फिलहाल लोक जनशक्ति पार्टी के संजय कुमार सिंह 4103 वोटों के साथ बढ़त बनाए हुए हैं. उन्हें अभी तक 12897 वोट मिले हैं. दूसरे नंबर पर फिलहाल राष्ट्रीय जनता दल के मुकेश कुमार रौशन चल रहे हैं. उन्हें चार राउंड की काउंटिंग के बाद 8794 वोट मिले हैं.
तीसरे नंबर पर आईएमआईएम के प्रत्याशी अमित कुमार हैं जिन्हें अभी तक 4569 वोट मिले हैं. बहुजन समाज पार्टी की रिमझिम देवी भी 12210 वोटों से पीछे चल रही हैं.
तेज प्रताप यादव की जमानत भी जब्त होती आ रही नजरचुनावी प्रचार के दौरान लालू प्रसाद और राबड़ी देली के बेटे तेज प्रताप यादव की रैलियों में खूब भीड़ नजर आई थी लेकिन जैसे जैसे वोटों की गिनती के बाद रुझान आ रहे हैं उन्हें देखते हुए तो लग रहा है कि तेज प्रताप यादव की अब जमानत ही जब्त ना हो जाए. दिलचस्प बात ये है कि तेज प्रताप यादव साल 2015 में इसी सीट से विधायक चुने गए थे.