पटना : शुरुआती दौर में कोरोना काल में बिहार में चुनाव कैसे होगी इस मद्दे पर भी बहस छिड़ी रही,अंतत चुनाव आयोग ने तमाम निर्देशों के साथ चुनाव की घोषणा कर दी और तब कोरोना काल में हो रहे बिहार विधानसभा चुनाव में कोरोनावायरस के खतरे से बचने के लिए सभी राजनीतिक दलों ने अपने चुनाव की जिम्मेदारी टेक्नोक्रेट्स को दे दी. इस तरह तमाम पार्टियों ने अपनी अपनी रणनीति बनाने के लिए तैयार की राजनीतिक वॉर रूम. इस वॉर रुम में कई आईआईटीएन और साइबर एक्सपर्ट शामिल है. टेक्नोक्रेट्स ही राजनीतिक दलों के दिशा निर्देशों को आम जनता तक पहुंचाने की रणनीति बनाकर काम कर रहे हैं , साथ ही इनकी तकनीक के माध्यम से दलों के बड़े नेताओं के पल-पल के संदेश सीधे आम कार्यकर्ताओं और मतदाताओं तक पहुंचाया जा रहा है. इसके लिए खास तौर पर व्हाट्सएप, फेसबुक,इन्टाग्राम, एलइडी स्क्रीन, नुक्कड़ नाटक जैसे विधाओं का इस्तेमाल किया जा रहा है. प्रत्येक राजनीतिक दलों में ऑनलाइन सोशल मीडिया के तहत व्हाट्सएप ग्रुप फेसबुक ट्विटर का इस्तेमाल कर अपना अपना वॉर रुम चला रहे हैं जहां से इनकी रणनितीयों भी बन रही हैं

बीजेपी का वॉर रूम

जानकारों की माने तो बीजेपी ने राज्य में सभी 10 हजार शक्ति केंद्रों के लिए अलग-अलग व्हाट्सएप ग्रुप बनाया है इसकी निगरानी टेक्नोक्रेट्स के माध्यम से हो रही है इन ग्रुपों में लगभग 25 से 26 लाख लोग सीधे तौर पर जुड़े हैं साथ हीं संगठन के प्रत्येक स्तर पर भी व्हाट्सएप ग्रुप बनाए गए हैं पार्टी अपने वेबसाइट के माध्यम से चुनाव प्रचार के लिए आम लोगों तक पहुंच रही है वेबसाइट पर भी भाषण सहित कार्यक्रम लगातार अपडेट किए जा रहे हैं साथ ही नेताओं के संदेश भी इस माध्यम से आम जनों तक पहुंचाए जा रहे हैं.

जेडीयू का वॉर रूम

जेडीयू के सूत्रों की माने तो इन्होने रेडियो वार रूम बनाया है इस वॉर रुम से पार्टी ने जवाई में हीं अपना विधानसभा वार सम्मेलन किया था. इस वार रूम के टेक्नोक्रेट के माध्यम से राज्य में प्रत्येक पंचायत स्तर पर एक एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया गया है लगभग साढ़े आठ हजार पंचायतों में अपने अपने व्हाट्सएप ग्रुप है जिसके माध्यम से लगभग 20 लाख लोग जुड़े हैं इसके अलावा प्रकोष्ठ और संगठन के लिए अलग-अलग स्तर पर भी व्हाट्सएप ग्रुप बनाए गए हैं.

आरजेडी का वॉर रूम

जानकारों की माने तो आरजेडी के वॉर रुम ने राज्य की सभी पंचायतों के 3 से 4 वार्डों में व्हाट्सएप ग्रुप बनाए हैं इस तरह राज्य में लगभग 30 हजार व्हाट्सएप ग्रुप बनाए गए हैं जिसके माध्यम से पार्टी चुनाव प्रचार कर रही है इससे करीब 74 हजार लोग जुड़े हैं इसके अलावा पार्टी अपने वेबसाइट, ट्वीटर और फेसबुक पेज पर भी नेताओं से लेकर कार्यकर्ताओं तक से लगातार संपर्क बनाए हुए हैं.

एलजेपी का वॉर रूम

तकनीकी जानकार बताते हैं कि एलजेपी ने सभी बूथों पर व्हाट्सएप ग्रुप बना रखा है. इसके वॉररूम का संचालन दिल्ली से होता है. पार्टी में जिला स्तर पर अपने कार्यकर्ताओं के साथ मीटिंग के लिए जूम एप्प का उपयोग होता है.

कांग्रेस का वॉररूम

कांग्रेस के विश्वस्त सूत्रों की मानें तो कांग्रेस ने इस वॉर रुम की जिम्मेदारी संभालने के लिए आईटी एक्सपर्ट की टीम दिल्ली से पटना बुला रखी है.जानकार बताते हैं कि उनके माध्यम से ही नेताओं का चुनावी कार्यक्रम तय कर इसका प्रचार और प्रसार हो रहा है.

कुछ इसी तर्ज लपर वामदलों ने भी अपने कार्यकर्ताओं से बैठकों के लिए जो जूम ऐप का इस्तेमाल शुरु कर दिया है. कोरोना काल में जीत के लिए रणनीतिकारों की ये फौज किस पार्टी क्े ल िए कितनी हाईटेक साबित होगी यह तो चुनाव परिणाम हीं तय करेगा.