पटना: बिहार विधानसभा चुनाव के लिए तीनों चरणों का मतदान हो चुका है. वोटिंग के बाद एग्जिट पोल के नतीजे भी सामने आ गए हैं. ज्यादातर पोल्स में महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव को बढ़त मिलती दिख रही है. वहीं बिहार के सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व वाला एनडीए पिछड़ता हुआ नजर आ रहा है. अब बिहार में तीतीश की वापसी होगी या तेजस्वी बाजी मारेंगे? यह तो कल नतीजों के बाद ही तय हो पाएगा. इससे पहले बीजेपी नेता और सांसद मनोज तिवारी ने एनडीए की जीत का दावा किया है.

भाजपा नेता मनोज तिवारी ने कहा, ''एग्ज़िट पोल में काफी कांटे की टक्कर दिख रही है. लेकिन हमने जो बिहार देखा है उस हिसाब से कल एक बार फिर NDA की सरकार बन सकती है.''

साल 2015 की तुलना में अधिक हुआ मतदान

बता दें कि वैश्विक महामारी कोरोना वायरस संक्रमण के बावजूद इस बार बिहार विधानसभा चुनाव में साल 2015 की तुलना में अधिक लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया. इस बार प्रदेश में मतदान का प्रतिशत 57.05 रहा. निर्वाचन आयोग के आंकड़ों में यह स्पष्ट हुआ है. आयोग के आंकडों के अनुसार बिहार में 2015 में हुये विधानसभा चुनाव में 56.66 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था वहीं इस साल कोविड-19 के बावजूद 57.05 प्रतिशत मतदान हुआ.

आंकड़ों के अनुसार तीन चरणों में समाप्त हुये मतदान में इस वर्ष महिला मतदाताओं की संख्या (59.69 प्रतिशत) पुरुष मतदाताओं (54.68 फीसदी) की तुलना में अधिक रही. इस साल बिहार विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण में सात नवंबर को अपेक्षाकृत अधिक मतदान हुआ, जिसमें कोसी-सीमांचल, मिथिलांचल और तिरहुत के 15 जिलों की 78 सीटें शामिल थीं.

तीसरे चरण के चुनाव में मतदान करीब 60 प्रतिशत हुआ जबकि पहले चरण में 55.68 प्रतिशत और दूसरे चरण में मतदान का प्रतिशत 55.70 रहा था. पिछले साल के लोकसभा चुनाव में 57.33 प्रतिशत मतदान हुआ था.

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