बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण के मतदान के दौरान कुछ मतदान केंद्रों से मतदाताओं की शिकायतें सामने आई हैं. लखीसराय जिले के एक मतदान केंद्र पर एक महिला मतदाता ने आरोप लगाया कि उन्हें डिजिटल वोटर पर्ची दिखाने के बावजूद मतदान करने नहीं दिया गया.
महिला मतदाता ने एबीपी न्यूज से बातचीत में कहा कि मैं पिछले आधे घंटे से लाइन में खड़ी हूं, लेकिन अब तक वोट नहीं डाल पाई. बीएलओ ने मेरे घर पर पर्ची नहीं पहुंचाई. जब मैंने मोबाइल में डिजिटल पर्ची दिखाई तो उन्होंने कहा कि इससे वोट नहीं होगा, असली पर्ची लाकर दिखाइए.
डिजिटल पर्ची से महिला मतदाता नहीं कर पाई मतदान
महिला मतदाता ने नाराजगी जताते हुए कहा कि यह समस्या केवल उनके साथ नहीं, बल्कि कई अन्य मतदाताओं के साथ भी हो रही है. आज के समय में जब सब कुछ डिजिटल हो चुका है, तो मोबाइल में पर्ची दिखाने पर वोट क्यों नहीं डल सकता है. बूथ पर कहा जा रहा है कि पर्ची लेकर आइए, नहीं तो मतदान नहीं होगा.
अब मैं दोबारा मतदान करने नहीं आऊंगी- मतदाता
बीएलओ से जब इस पर सवाल किया गया, तो उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि डिजिटल पर्चियां मोबाइल पर भेजी जाती हैं, लेकिन मतदाताओं को यह भी बताया गया था कि पर्ची का प्रिंटआउट लेकर आना जरूरी है. हालांकि, कई मतदाताओं का कहना है कि उन्हें इस बात की कोई जानकारी नहीं दी गई थी.एबीपी रिपोर्टर ने जब महिला मतदाता से पूछा कि क्या वे दोबारा पर्ची लेकर लौटेंगी, तो उन्होंने स्पष्ट कहा कि अब मैं दोबारा मतदान करने नहीं आऊंगी. इतनी देर लाइन में खड़ी रही, लेकिन फिर भी वोट नहीं डाल पाई.
हमने विकास और रोजगार के मुद्दे पर डाला वोट- युवा मतदाता
वहीं, कुछ अन्य मतदाताओं ने भी मतदान केंद्रों पर अपनी राय दी. एक युवा मतदाता ने कहा कि हमने विकास और रोजगार के मुद्दे पर वोट डाला है. हमें उम्मीद है कि इस बार युवाओं के लिए बेहतर अवसर मिलेंगे. वहीं, एक बुजुर्ग मतदाता ने कहा कि हम चाहते हैं कि बिहार में कानून-व्यवस्था बनी रहे, इसलिए हमने उसी के आधार पर मतदान किया.
पहले चरण में आज 121 सीटों पर हो रहा मतदान
गौरतलब है कि बिहार में आज पहले चरण के तहत 18 जिलों की 121 सीटों पर मतदान हो रहा है. कुल 1314 उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में कैद हो जाएगी. अलग-अलग सीटों पर मतदान का समय अलग निर्धारित किया गया है, इसलिए चुनाव आयोग ने मतदाताओं से अपील की है कि वे मतदान से पहले अपने क्षेत्र का समय अवश्य जांच लें. हालांकि मतदान शांतिपूर्ण चल रहा है, लेकिन कुछ जगहों पर डिजिटल पर्ची और वोटिंग अधिकार को लेकर उठे सवालों ने चुनाव प्रक्रिया पर चर्चा जरूर छेड़ दी है.
वोटर इन्फॉर्मेशन स्लिप केवल सहायक दस्तावेज- प्रशासन
पहले चरण के मतदान के दौरान महिला मतदाता के डिजिटल पर्ची से वोट न डालने के आरोप पर अब जिला प्रशासन ने स्पष्टीकरण दिया है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर प्रशासन ने लिखा कि वोट डालने के लिए वोटर इन्फॉर्मेशन स्लिप आवश्यक नहीं है.
पटना जिला प्रशासन ने अपने आधिकारिक पोस्ट में कहा कि मतदान के लिए वोटर इन्फॉर्मेशन स्लिप केवल सहायक दस्तावेज है. मतदाता अपनी पहचान साबित करने के लिए EPIC या चुनाव आयोग द्वारा स्वीकृत 12 वैध दस्तावेजों में से किसी एक को दिखाकर मतदान कर सकते हैं.