बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए गठबंधन ने शुक्रवार (31 अक्टूबर) अपना चुनावी घोषणा पत्र जारी किया है. इस घोषणा पत्र में 1 करोड़ लोगों को नौकरी और महिलाओं को 2-2 लाख रुपये देने का वादा किया है. एनडीए के इस घोषणा पत्र पर मुकेश सहनी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. विकासशील इंसान पार्टी के प्रमुख और बिहार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने आज एनडीए के जारी संयुक्त घोषणा पत्र को लेकर कहा कि इस घोषणा पत्र को संकल्प पत्र का नाम देना बेमानी के अलावा कुछ भी नहीं है. उन्होंने कहा कि इस घोषणा पत्र में की गई घोषणाएं सिर्फ आई वॉश हैं. 

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मुकेश सहनी एनडीए सरकार पर बोला हमला

उन्होंने कहा कि एनडीए की सरकार पिछले 20 सालों से है, उन्हें पहले यह बताना चाहिए कि इसके बावजूद बिहार पिछड़ा राज्य क्यों है? उन्होंने कहा कि आज भी यहां के युवाओं को शिक्षा, रोजगार और इलाज के लिए अन्य राज्यों में जाना पड़ता है. 

वीआईपी के प्रमुख मुकेश सहनी ने कहा कि एनडीए को घोषणा पत्र की जगह अपने मुख्यमंत्री के चेहरे की घोषणा करनी चाहिए. बिहार की जनता को उनके घोषणा पत्र पर अब विश्वास नहीं रह गया है. 

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20 सालों में बिहार को विकास के पथ पर नहीं ला सके- मुकेश सहनी

उन्होंने कहा कि जो सरकार 20 सालों में बिहार को विकास के पथ पर नहीं ला सकी, वह अगले पांच साल में क्या कर लेगी? इसलिए बिहार के लोग इस चुनाव में बदलाव का मन बना चुके हैं. उन्होंने साफ लहजे में यह भी कहा कि बिहार में महागठबंधन की जो सरकार बनेगी, वह सभी धर्मों, जातियों- यानी बिहार के सभी लोगों की सरकार होगी.

बता दें, बिहार चुनाव के बीच इंडिया गठबंधन ने अपना घोषणा पत्र पहले ही जारी कर दिया है. मुकेश सहनी लगातार चुनावी रण में एनडीए पर हमलावर होते हुए दिखाई दे रहे हैं. तमाम राजनीतिक दल चुनाव मैदान में प्रचार-प्रसार के लिए अपना दम दिखा रहे हैं.