बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तारीखों के ऐलान के साथ ही सभी दलों ने प्रत्याशियों के चेहरों को लेकर अपनी कवायद तेज कर दी है. जिसमें प्रमुख विपक्षी दल राष्ट्रीय जनता दल ने मोकामा से विवादित नेता सूरजभान सिंह की पत्नी और भाई को टिकट देने की हामी भरकर सबको चौंका दिया है. सूरजभान की पत्नी मोकामा से और उनके भाई चंदन सिंह लखीसराय से चुनाव्व लड़ सकते हैं.

Continues below advertisement

RJD ने इस कदम अपनी चुनावी रणनीति साफ कर दी है कि वो किसी भी सूरत में मजबूत उम्मीदवार से पीछे नहीं हटेग. सूरजभान सिंह मोकामा क्षेत्र में काफी लोकप्रिय हैं और उनका इस क्षेत में काफी जनाधार है,जिसे इस बार लालू और तेजस्वी यादव भुनाना चाह रहे हैं. वहीं इस पर बीजेपी और जेडीयू ने राजनीति में अपराधीकरण की बात कही है.

कौन हैं सूरजभान सिंह ?

बता एन कि सूरजभान बिहार के मोकामा क्षेत्र से चर्चित और दबंग किसम के राजनेता माने जाते हैं. उन पर 26 से अधिक गंभीर मामले दर्ज हैं. 2000 के चुनाव में सूरजभान सिंह निर्दलीय चुनाव जीत चुके हैं, इसके बाद लोकजनशक्ति पार्टी से सांसद भी रहे. लेकिन रामी सिंह किसान हत्याकांड मामले में दोषी करार दिए जाने के कारण वे वर्तमान में चुनाव नहीं लड़ सकते. फिर भी उनका क्षेत्र में प्रभाव कम नहीं हुआ है. इसीलिए आरजेडी उनकी पत्नी और भाई को मैदान में उतारकर फायदा लेना चाहती है.

Continues below advertisement

पिछले चुनाव में RJD ने जीती थी मोकामा सीट

RJD की उम्मीदवार नीलम देवी ने मोकामा सीट पिछले चुनाव में 16 हजार से अधिक वोटों से जीती थी. अब पार्टी मान रही है कि सूरजभान की पत्नी को उतारने से स्थिति और मजबूत हो जाएगी क्यूंकि RJD का अपना वोट बैंक भी है. ठीक इसी तरह इसी तरह भाई चंदन सिंह को लखीसराय से उतारने से पार्टी मधेपुरा-मुंगेर क्षेत्र में अपनी स्थिति मजबूत करना चाहती है.

लालू-तेजस्वी का अचूक फार्मूला

राजद  प्रमुख लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव इस बार चुनाव में सत्ता में वापसी के लिए कोई भी मौका गंवाना नहीं चाहते. लिहाजा, सूरजभान सिंह की आपराधिक छवि के बावजूद उनकी क्षेत्र में मजबूत पकड़ को देखते हुए पार्टी ने यह बड़ा दांव खेला है. इससे पिछड़ा-अति पिछड़ा वोट बैंक भी मजबूत रहेगा. आरजेडी की इस रणनीति से बीजेपी और जेडीयू गठबंधन में बेचैनी बढ़ गयी है. क्यूंकि इस इलाके में सूरजभान का प्रभाव काफी अधिक है.