विकासशील इंसान पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी गुरुवार (16 अक्टूबर, 2025) को प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले थे लेकिन दो बार समय में बदलाव करने के बाद भी कार्यक्रम रद्द हो गया. प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मुकेश सहनी सीटों का ऐलान करते या फिर कोई बम फोड़ते यह तो पीसी होने पर ही पता चलता लेकिन अब सूत्रों के हवाले से खबर है कि आरजेडी 15 सीटों की लिस्ट वीआईपी को सौंपी है. हालांकि इस लिस्ट पर अभी वीआईपी की ओर से मुहर नहीं लगी है.

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सूत्रों की मानें तो मुकेश सहनी की पार्टी ने भी शर्त रख दी है. दरअसल पार्टी को सीटों की संख्या को लेकर बहुत समस्या नहीं है, लेकिन मांग है कि जो सीटें वह चाहती है वह मिले. सूत्रों ने बताया कि 15 सीटों के साथ-साथ डिप्टी सीएम का पद देने की बात आरजेडी की ओर से कही गई है. अब देखना होगा कि फाइनल मुहर किस शर्त पर होती है और आगे की रणनीति क्या होती है.

2020 में अचानक बदल लिया था पाला

2020 के चुनावी साल को याद करें तो मुकेश सहनी अचानक महागठबंधन से एनडीए में चले गए थे. जब महागठबंधन की पीसी हुई और उनकी पार्टी को एक भी सीट नहीं दी गई थी तो वे कार्यक्रम से निकल गए थे यह कहते हुए कि पीठ में खंजर घोंपा गया है. इसके बाद वह एनडीए में चले गए थे. 

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2020 में 11 सीटों पर लड़े थे सहनी

2020 के चुनाव में एनडीए में बीजेपी के खाते में 121 सीट गई थी. इसमें से 11 सीट बीजेपी ने मुकेश सहनी की पार्टी को दे दी थी. ये 11 सीटें ब्रह्मपुर, बोचहां, गौरा बौराम, सिमरी बख्तियारपुर, सुगौली, मधुबनी, केवटी, साहिबगंज, बलरामपुर, अलीनगर और बनियापुर थी. सहरसा जिले की सिमरी बख्तियारपुर से खुद मुकेश सहनी चुनाव लड़े थे लेकिन आरजेडी के युसूफ सलाउद्दीन से हार गए थे. 

एमएलसी बनकर सरकार में बने थे मंत्री

2020 में मुकेश सहनी के चार प्रत्याशियों को जीत मिली थी. बोचहां से मुसाफिर पासवान, गौरा बौराम से स्वर्णा सिंह, अलीनगर से मिश्री लाल यादव, साहिबगंज से राजकुमार सिंह जीते थे. उस वक्त मुकेश सहनी को बीजेपी ने एमएलसी बनाकर पशुपालन एवं मत्स्य मंत्री बनाया था. हालांकि एमएलसी का कार्यकाल डेढ़ साल के करीब ही था.

कार्यकाल खत्म होने के समय ही मुकेश सहनी बगावत पर उतर गए थे और उत्तर प्रदेश के चुनाव में बीजेपी के खिलाफ उन्होंने प्रत्याशी उतारे थे. इसके बाद 2022 में मुकेश सहनी के विधायक राजकुमार सिंह उर्फ राजू सिंह, स्वर्णा सिंह, मिश्री लाल यादव को बीजेपी अपने पहले में कर लिया था. वीआईपी के एक विधायक मुसाफिर पासवान का निधन हो गया था जिसके बाद जुलाई 2022 में बोचहां में उपचुनाव हुआ था. इस सीट से आरजेडी ने मुसाफिर पासवान के बेटे अमर पासवान को टिकट दिया और उनकी जीत हुई.