बिहार के 18 जिलों की 121 विधानसभा सीटों पर गुरुवार (6 नवंबर) पहले चरण के लिए वोटिंग हुई, लेकिन पटना जिले के फतुहा विधानसभा के निजामपुर गांव के प्राथमिक स्कूल में बने पोलिंग बूथ 165, 166 पर सुबह 7 बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक एक भी वोट नहीं पड़ा. इसको लेकर बीएलओ संजय कुमार ने सीनियर अधिकारियों को इसकी जानकारी दी. सीनियर अधिकारी पहुंचे उन्होंने ग्रामीणों को समझाया लेकिन कोई भी मतदान करने नहीं आया. 

Continues below advertisement

इतने हैं मतदाता

एबीपी न्यूज़ से बीएलओ संजय कुमार ने बताया कि हमने बहुत कोशिश की ग्रामीणों को बहुत समझाया घर घर पर्ची दी लेकिन कोई भी मतदान करने नहीं आया, जिसकी जानकारी हमने सीनियर अधिकारियों को भी दी लेकिन उनके समझाने पर भी ग्रामीण नहीं माने. बीएलओ ने बताया कि पोलिंग बूथ 165 पर 743 मतदाता हैं और बूथ संख्या 166 पर 886 मतदाता हैं. और दोनों पोलिंग बूथ पर एक भी मतदान नहीं हुआ पूरी तरह से वोट का बहिष्कार किया गया है.

पोलिंग बूथ पर सुबह 5 बजे से पोलिंग कराने के लिए पोलिंग पार्टी की टीम यहां पहुंची, सुरक्षाकर्मी पहुंचे, लेकिन सुबह से एक भी मतदाता इस पोलिंग बूथ पर नहीं आया. लेकिन पोलिंग बूथ के बाहर भारी मात्र में ग्रामीण इकट्ठा थे.

Continues below advertisement

ग्रामीणों ने क्यों किया बहिष्कार?

जब एबीपी न्यूज की टीम ने मतदान का बहिष्कार कर रहे ग्रामीणों से बात की तो उन्होंने बताया कि हमारे समाज की कई एकड़ जमीन भू माफिया ने पुलिस की साठगांठ से कब्जा कर रखी है. जिसको लेकर हम नीचे से लेकर ऊपर तक सभी अधिकारियों से मिले लेकिन आज तक न तो जमीन मिली और न ही माफियाओं के खिलाफ कोई कार्रवाई की गई. 

ग्रामीणों ने एबीपी न्यूज से बातचीत के दौरान अपनी आप बीती बताई कैसे पुलिस उन्हें प्रताड़ित करती है. कैसे उनके खिलाफ मुकदमे लिखे जाते है. हालांकि इस पूरे मामले की सच्चाई क्या है ये तो प्रशासन ही बताएगा, लेकिन लोकतंत्र के इस महापर्व में अगर इतनी संख्या में मतदाता मतदान का बहिष्कार करेंगे तो सवाल उठना लाजमी है.