Bihar Politics: लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी के बिहार दौरे पर सियासत गर्मा गई है. बीजेपी ने कहा है कि राहुल गांधी बिहार पश्चाताप करने आये हैं. कांग्रेस के शासनकाल में दलितों का बुरा हाल था. प्रदेश अध्यक्ष दिलीप दिलीप जायसवाल ने कहा कि चुनावी साल में पांच बार राहुल गांधी बिहार आए हैं. हर बार कांग्रेस नेता के कार्यक्रम का टायर पंचर हो गया.
गुरुवार (15 मई, 2025) को दरभंगा पहुंचे राहुल गांधी ने अनुमति नहीं मिलने के बावजूद अम्बेडकर हॉस्टल में शिक्षा न्याय संवाद कार्यक्रम किया. बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि दरभंगा में शिक्षा न्याय संवाद कार्यक्रम के लिए उन्होंने अम्बेडकर हॉस्टल को चुना. इतना भी अक्ल नहीं है कि सरकारी भवन में राजनीतिक कार्यक्रम नहीं होते हैं. अनुमति के बिना कार्यक्रम नहीं किए जा सकते. दिलीप जायसवाल ने कहा, "राहुल गांधी बताएं कांग्रेस के शासनकाल में दलितों का विकास क्यों नहीं हुआ?
राहुल गांधी के बिहार दौरे पर सियासत शुरू
नेहरू-गांधी परिवार ने संविधान निर्माता अंबेडकर का अपमान किया. यहां तक कि अंबेडकर को चुनाव में हराने का प्रयास हुआ. दलितों को अंबेडकर के साथ किया गया सलूक याद है. अंबेडकर की मौत के बाद दो गज जमीन तक उपलब्ध नहीं कराई गई." बीजेपी नेता ने दावा किया कि दलितों का विकास पीएम मोदी कर रहे हैं. महागठबंधन में सीएम फेस पर भी उन्होंने प्रतिक्रिया दी.
बीजेपी ने कांग्रेस शासनकाल की दिलाई याद
दिलीप जायसवाल ने कहा कि कांग्रेस तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री का उम्मीदवार मानने को तैयार नहीं है. राहुल और तेजस्वी के बीच लुका छिपी का खेल जारी है. महागठबंधन के नेता अस्तित्व बचाने की जंग लड़ रहे हैं. गौरतलब है कि अंबेडकर हॉस्टल में कार्यक्रम की इजाजत कांग्रेस को नहीं दी गई थी. इजाजत नहीं होने के बावजूद राहुल गांधी ने अंबेकर हॉस्टल में छात्रों को संबोधित किया. शिक्षा न्याय संवाद कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं के बीच जागरूकता फैलाना था. दरअसल चुनावी वर्ष में कांग्रेस का छात्र और युवाओं पर फोकस है.
ये भी पढ़ें- बिहार में श्रद्धांजलि वाला पोस्टर वार! नीतीश सरकार को RJD ने घेरा, ट्रंप भी निशाने पर