बिहार चुनाव 2025 में महागठबंधन की तरफ से मंगलवार (28 अक्टूबर) को चुनावी घोषणापत्र जारी किया गया है. तेजस्वी यादव ने सभी दलों के नेताओं की मौजूदगी में साझा संकल्प पत्र जारी किया. इस दौरान विकासशील इंसान पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी, कांग्रेस नेता पवन खेड़ा के साथ भाकपा माले के नेता दीपांकर भट्टाचार्य भी मौजूद रहे.
महागठबंधन का संकल्प पत्र जारी के होने के बाद आरोप-प्रत्यारोप की बाढ़ आ गई है. महागठबंधन ने अपने घोषणा पत्र को 'तेजस्वी प्रण पत्र' नाम दिया गया है. इसी बीच महागठबंधन के घोषणापत्र पर बीजेपी की तरफ से तंज कसा गया है. बीजेपी की तरफ से राष्ट्रीय प्रवक्ता अजय अलोक ने प्रतिक्रिया दी है.
महागठबंधन के घोषणा पत्र पर बीजेपी ने कसा तंज
बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता अजय अलोक ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि तेजस्वी यादव ने कल खुद महागठबंधन की चिता जला दी. तेजस्वी प्रण के साथ उनकी चिता जल चुकी है, उन्होंने आग लगा दी है. अजय अलोक ने आगे कहा कि, झारखंड मुक्ति मोर्चा को सबसे पहले बाहर का रास्ता दिखाया.
उन्होंने आगे कहा कि, तेजस्वी प्रण बनाया गया है, यह महागठबंधन प्रण नहीं है, किसी की फोटो नहीं दिखी, राहुल गांधी साफ, मुकेश सहनी साफ और लालू यादव, राबड़ी देवी भी साफ. उन्होंने बताया कि राजद ने अपने ही भाई-बहनों को भी किनारे कर दिया है.
अजय अलोक ने बताया कि, एक बहन सिंगापुर में बैठी हैं. दूसरी बहन प्रचार भी नहीं कर रही हैं. उन्होंने आगे कहा कि, तेज प्रताप घर के बाहर ही है, ऐसे में राजद बचा ही कहां है. राजद पूरी तरह साफ हो चुकी है.
महागठबंधन के वक्फ बिल वाले बयान पर क्या बोले बीजेपी प्रवक्ता
महागठबंधन की ओर से महागठबंधन ने कहा कि सत्ता में आने पर वक्फ बिल लागू नहीं किया जाएगा. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए अजय अलोक ने कहा कि, वक्फ को यह लागू करने की बात कह रहे हैं, 'यह हिंदुस्तान के प्राणी नहीं हैं क्या?', 'बिहार हिंदुस्तान का हिस्सा नहीं रहा?'
उन्होंने कहा कि, हिंदुस्तान की सांसद का कानून बिहार में नहीं चलेगा क्या? तंज कसते हुए अजय अलोक ने कहा कि, बिहार को इन लोगों ने अमेरिका की तरह 'युनाइटेड स्टेट ऑफ बिहार' बना दिया. देश का संघीय कानून है. उन्होंने आगे कहा कि, 'वक्फ बिल है, वक्फ कानून नहीं, जिसे सांसद ने पास किया है.'