बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ के वीआरएस और इस्तीफे की खबर मंगलवार को मीडिया में आई थी, लेकिन इस बात की आधिकारिक पुष्टि अब तक शिक्षा विभाग और नीतीश सरकार की ओर से नहीं की गई है. यहां तक की शिक्षा मंत्री सुनाल कुमार सिंह ने भी मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि "हमें इस बात की कोई जानकारी नहीं है, उन्हीं से पूछिए"

अपर मुख्य सचिव ने इस्तीफा की खबर वायरल

दरअसल सोशल मीडिया पर एक खबर वायरल हो रही थी कि शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव ने इस्तीफा दे दिया है. कहा जा रहा था कि जेडीयू से टिकट मिलने के बाद डॉ. एस. सिद्धार्थ विधानसभा चुनाव में किस्मत आजमा सकते हैं, लेकिन अब अपर मुख्य सचिव ने भी इस खबर का खंडन किया है. शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ ने शिक्षा विभाग के मीडिया ग्रुप पर अपने इस्तीफे का खंडन किया है. वहीं शिक्षा मंत्री ने भी इस बात की जानकारी होने से पहले ही इनकार कर दिया था. 

नीतीश कुमार के करीबी अधिकारियों में से एक 

आपको बता दें कि तमिलनाडु के रहने वाले 1991 बैच के आईएएस अधिकारी एस सिद्धार्थ फिलहाल शिक्षा विभाग के एसीएस, विमानन निदेशालय के निदेशक, एलएन मिश्रा इंस्टीट्यूट के निदेशक हैं. वह एक प्रशिक्षित पायलट, पेशेवर वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर, चित्रकार और कार्टूनिस्ट भी हैं.

वो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रधान सचिव भी रहे हैं और उनके सबसे करीबी अधिकारियों में से एक माने जाते हैं. उनके कार्यकाल में शिक्षा विभाग में कई सुधार हुए, जिनमें मॉडल स्कूलों की स्थापना, शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम और ऑनलाइन शिकायत निवारण तंत्र शामिल हैं. वह 30 नवंबर 2025 को रिटायर्ड होने वाले हैं. 

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