Charge Sheet Against Subhash Yadav: कुछ दिन पहले ही अवैध तरह से बालू खनन और मनी लांड्रिंग में लालू यादव के बेहद करीबी नेता और बालू माफिया सुभाष यादव (Subhash Yadav) पर ईडी ने शिकंजा कसा था, ईडी ने सुभाष यादव और उनके सहयोगियों के ठिकाने पर छापेमारी की थी. छापेमारी के दौरान दो करोड़ से ज्यादा कैश मीले थे. दिन भर पूछताछ हुई थी. देर शाम सुभाष यादव को गिरफ्तार किया गया था. अब इस पूरे मामले में ईडी ने पीएमएलए कोर्ट में बुधवार (08 मई) को चार्जशीट दाखिल कर दी है.  


सुभाष यादव की मुश्किलें बढ़ीं


ईडी की पूछताछ में पता चला कि ब्रॉडसन कंपनी को मिले टेंडर की आड़ में सरकारी चालान के बिना ही अवैध तरीके से करोड़ों रुपये के बालू कारोबार किए गए. पटना के अलावे बिहार के विभिन्न जगहों पर गड़बड़ी के मामले पाए गए थे. ब्रॉडसन कंपनी के प्रमुख सिंडिकेट सदस्य सुभाष यादव ही हैं और यही कारण है कि बालू के अवैध खनन के आरोप में पटना धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की विशेष अदालत में केस चल रहा था.


जांच में ये भी खुलासा हुआ था कि साल 2020 के फरवरी महीने से लेकर अगस्त महीने तक बिना सरकारी चालान के बालू का अवैध कारोबार होता रहा. अवैध कारोबार की वजह से सरकार को 83 करोड़ से ज्यादा के राजस्व का नुकसान भी हुआ. बालू के अवैध कारोबार के मामले में ईडी ने दो प्राथमिकियां दर्ज की है. पहले प्राथिमिकी में एमएलसी राधा चरण सेठ, उनके बेटे कन्हैया प्रसाद और ब्रॉडसन कंपनी सहित कई लोगों को आरोपी बनाया गया. दूसरे प्राथिमिकी में सुभाष यादव और उनके सहयोगियों के खिलाफ केस दर्ज किया.  


बालू के अवैध कारोबार पर कार्रवाई तेज


बिहार में चल रहे इस बालू के अवैध खेल में अब सुभाष यादव की मुश्किलें बढ़ गयी हैं. अब तक ईडी ने जो भी जानकारी जुटाई है उसको फाइलिंग करते हुए पीएमएलए कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दिया है. बता दें कि बिहार में पिछले कुछ सालों में बालू का अवैध कारोबार बढ़ा है और समय-समय पर इसे जुड़े कारोबारियों पर कार्रवाई भी हुई है. 


ये भी पढ़ेंः Bihar Politics: 'बीमारी के समय लोग आराम करते हैं, लेकिन ये तो सिर्फ झूठ बोलते हैं', सम्राट चौधरी का लालू यादव पर तंज