Bihar DGP Vinay Kumar: बिहार के डीजीपी विनय कुमार ने सोमवार को बिहार में क्राइम को लेकर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जहां उन्होंने कहा कि एक भी हत्या साल में होगी तो सहने लायक नहीं है, सबको जीने का अधिकार है. 2004 के आस-पास 4000 हत्याएं हुईं. आज के डेट में 2400 हत्याएं हुई. हत्या को 2004 से 2024 से कंपेयर कीजिए तो वो कम है. संख्या के दृष्टिकोण से हत्याएं कम हुई हैं. 

 पीएम की यात्रा को लेकर पर्याप्त संख्या में सुरक्षा बल उपलब्ध 

वहीं 20 जून को पीएम मोदी के बिहार दौरे को लेकर उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के आगमन को लेकर हमलोग साइट पर भ्रमण कर चुके हैं. मुख्य सचिव के स्तर से व्यापक समीक्षा हुई. पर्याप्त संख्या में सुरक्षा बल उपलब्ध कराया गया है. गाड़ियों पर पॉलिटिकल झंडे लगाकर घूमने पर बिहार डीजीपी विनय कुमार ने कहा कि VIP लाइट्स पूरी तरह बंद है. तरह तरह के नाम प्लेट पर कैसें दर्ज हैं. ये बिल्कुल गलत है, आप है कुछ नहीं और प्लेट्स लगवा रहे हैं.

हिट एंड रन पर उन्होंने कहा कि अभी लाइसेंस लेने पर वहां टेस्टिंग ट्रैक पे वाहन चल कर दिखाना होगा. अभी प्रत्येक जिला में सरकार की तरफ से बनाया जा रहा है. कम उम्र के लोगों के जरिए गाड़ी चलाने पर सख्त कार्रवाई हो रही परिवार तक को बुलाया जा रहा. DGP विनय कुमार ने कहा कि हाल के दिनों में बिहार पुलिस ने क्राइम प्रोसिड्स को जब्त करने की मुहिम चलाई है.  

वहीं कहा कि इसमें IO का पॉवर बढ़ाया गया है, वहीं डीजीपी ने कहा कि किसी भी केस में अगर IO को लगता है की किसी अपराध में किसी के पास सम्पत्ति है तो IO न्यायालय में जानकारी लिखित दे सकते है 

पहले वाले कानून में ये इतना पॉवर नहीं था पहले IO लिखित विभाग को दिया जाता था फिर मुख्यालय और फिर EOU और फिर CID जो बहुत दिक्कत था 

लेकिन अब IO सीधा न्यायलय में लिखित दर्ज करा सकते है और फिर न्यायालय इसे देखता है और फिर 14 दिनों का समय दिया जाता है कि विक्टिम बताएं कि कहा से आई ये सम्पत्ति अगर ये जवाब विक्टिम की तरफ से नहीं आया तो न्यायालय अपना फैसला सुना सकती है. एक पक्षीय और फिर उस सम्पत्ति को सरकार की सम्पत्ति घोषित कर दी जाएगी. 

वहीं डीजीपी विनय कुमार ने कहा कि ये कार्य हम दिसम्बर महीने से कर रहे हैं और अब सभी जिलों से ऐसे मामले आए हैं और अब तक 1172 मामलों को दर्ज किया है, जिसमेंं अपराधी ने अपराध के पैसे से सम्पत्ति बनाई है और अब तक 4 मामले में न्यायालय ने सजा भी सुनाई है.  डीजीपी ने कहा कि ये प्रक्रिया है, जो तुरंत काम कर सकते हैं और इसके तहत अब किसी भी अपराधी की सम्पत्ति ज़ब्त कर सकते है 

इस कानून से अपराधी का मनोबल भी टूटता है. अब तक बिहार में कुल 1200 केसेज हमने रजिस्टर किए हैं. वहीं कहा सरकार का जीरो टॉलरेंस पर हम कार्य कर रहे हैं. पुलिसकर्मी जो भी अपराध में पाए गए है उन्हें जेल भेजा गया है. करीब 60 पुलिस पदाधिकारी को गिरफ्तार करके जेल भेजा गया है.

डीजीपी विनय कुमार ने कहा कि हम ख़ुद जानता दरबार लगाते हैं और लोगों की बात सुनते है. डीजीपी ने कहा की बिहार में ऐसे केस भी है जिनमे पुलिस बलात्कार के मामले में FIR दर्ज नहीं करती है उसपर भी कारवाई की जा रही है.  हमारे लक्ष्य है की SPD ट्राइल कराके आरोपियों को जेल भेजा जाए. डीजीपी ने कहा कf हमलोग कोशिश करते है की गवाहों को न्यायालय मे लाएं और कोर्ट में पेश करके उनकी बातों को रखवाएं.  

बगहा में मर्डर केस पेंडिंग पर क्या कहा?

विनय कुमार ने कहा कि बगहा में मर्डर केस पेंडिंग था और गवाही थाना अध्यक्ष के तरफ से नहीं दी गई थी, इसलिए सजा नहीं हुई थी. हमने तुरंत बात करके उन्हें गवाही देने को कहा और सजा तुरंत न्यायालय से हुई. डीजीपी ने कहा कि जो पुलिस वाले गवाही देने कोर्ट में नहीं आते है उनका वेतन रोक दिया जाता है और जब ईओ सर्टिफिकेट देते हैं, गवाही का तो फिर उन्हें वेतन दिया जाता है.

डीजीपी ने कहा FTC कोर्ट बनाया गया है, जिससे केस का निपटारा अब जल्दी हो रहा है. डीजीपी ने कहा हम सरकार को पत्र लिखकर और FTC कोर्ट बनाने की मांग करेंगे और सरकार को पत्र लिख रहे है. डीजीपी ने कहा कि हम मांग करेंगे की स्पेशल कोर्ट बने, जहां हम आर्म्स एक्ट के केस ले जाएं.

ये भी पढ़ें: पहले लालू यादव दें जवाब', RJD के ‘जमाई आयोग’ गठन की मांग पर दिलीप जायसवाल का पलटवार