पटनाः बिहार में कोरोना वायरस (Corona Virus) के मरीजों में एक बार फिर कमी आ रही है. बुधवार और गुरुवार के बीच जांच के बाद कुल चार नए मरीज मिले हैं. गुरुवार की शाम चार बजे स्वास्थ्य विभाग (Health Department) की ओर से जो आंकड़े जारी किए गए हैं उसके अनुसार बिहार में कोरोना (Corona Case Bihar) के एक्टिव मरीजों की संख्या अब 55 हो गई है. इसके साथ ही 24 घंटे में कोरोना वायरस से कुल सात लोग स्वस्थ भी हुए हैं.


वहीं दूसरी ओर से खास बात है कि गुरुवार को जिस जिले से भी नए मरीज आए हैं उनकी संख्या एक से अधिक नहीं है. इनमें पटना, अररिया, समस्तीपुर और वैशाली शामिल हैं. इन जिलों से गुरुवार को केवल एक-एक कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं. 24 घंटे में 1,54,930 सैंपल की जांच हुई है. रिकवरी रेट 98.66 ही है.


गुरुवार को आई रिपोर्ट पर एक नजर



  • स्वस्थ हुए मरीज- 07

  • कोविड की जांच- 1,54,930

  • अबतक कुल स्वस्थ हुए- 7,16,206

  • रिकवरी रेट- 98.66 फीसद

  • एक्टिव मरीज- 55


(नोटः सभी आंकड़े स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी रिपोर्ट के आधार पर)


मधुबनी में केस मिलने के बाद डर गए थे लोग


बता दें कि इसी सप्ताह मधुबनी में यात्रियों की जांच करने के बाद एंटीजन में 100 से अधिक मरीज पॉजिटिव पाए गए थे. इसके बाद लोगों के मन में डर हो गया था कि बिहार में फिर से कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है. हालांकि उन संख्या को बिहार स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी होने वाली हर दिन की रिपोर्ट में शामिल नहीं किया गया था.  


एंटीजन किट से की गई जांच में रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उसे क्रॉस चेक करने के लिए आरटी-पीसीआर जांच कराई गई थी. आरटी-पीसीआर जांच में सभी 148 सैंपल निगेटिव मिले हैं, जो एंटीजन में पॉजिटिव पाए गए थे. ये सैंपल बीते शनिवार से लेकर सोमवार 20 सितंबर की देर रात तक के थे. 148 सैंपल में 120 सैंपल रेलयात्री से डॉयरेक्ट लिए गए थे, जबकि 28 सैंपल पूर्व में एंटीजन किट द्वारा जांच में संक्रमित मरीजों के थे.


एंटीजन किट पर स्वास्थ्य विभाग को संदेह


वहीं, स्वास्थ्य विभाग के एक जांच कर्मी मो. गुलाब ने बताया था कि अचानक इस प्रकार बाहर से आने वाले यात्रियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आना संदेह पैदा करता है. एंटीजन किट की विश्वसनीयता सवालों के घेरे में है. ऐसे में रैपिड जांच किट से पॉजिटिव आए सभी लोगों का मधुबनी स्वास्थ्य विभाग द्वारा फिर से आरटी-पीसीआर टेस्ट कराया जा रहा है. इसकी जांच के लिए कमेटी का गठन भी किया जा चुका है.



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