पटना: लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Elections 2024) को देखते हुए सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) एक्टिव मोड में नजर आ रहे हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि एक तरफ जहां यूपी के वाराणसी में 24 दिसंबर को उनकी रैली प्रस्तावित है तो वहीं दूसरी ओर 29 दिसंबर को दिल्ली में पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक होगी. दिल्ली में नेताओं के साथ मंथन में लोकसभा चुनाव से जुड़े मुद्दों पर भी चर्चा होना तय है.


पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव आफाक अहमद खान की ओर से जारी एक आधिकारिक बयान में बुधवार (13 दिसंबर) को यह जानकारी दी गई. बयान में कहा गया, ‘‘राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह (नेता संसदीय दल) ने 29 दिसंबर 2023 को पूर्वाह्न 11:30 बजे नई दिल्ली में पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक निर्धारित की है. इस बैठक में पार्टी के सर्वोच्च नेता बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत पार्टी के वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य शामिल होंगे.’’


हालांकि दिल्ली में पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद नीतीश कुमार इंडी गठबंधन के किन नेताओं से मिलेंगे इसको लेकर अभी साफ नहीं हुआ है. हाल के दिनों में पांच राज्यों में हुए चुनाव को लेकर पार्टियां व्यस्त थीं. खुद नीतीश कुमार ने पटना में मंच से कहा था कि कांग्रेस चुनाव में व्यस्त है. इंडी गठबंधन पर ध्यान नहीं है. ऐसे में अब पांच राज्यों के परिणाम के बाद एक बार फिर से विपक्षी दलों का जुटान होगा. 


नीतीश की रैली से पहले सियासत तेज


बता दें कि लगातार इसकी चर्चा हो रही है कि नीतीश कुमार को यूपी की कई लोकसभा सीटों से चुनाव लड़ने का ऑफर मिल रहा है. इसी क्रम में पीएम मोदी के गढ़ वाराणसी में नीतीश कुमार की रैली की खबर सामने आई जिसके बाद सियासत तेज हो गई है. बीजेपी के साथ चिराग पासवान समेत कई नेताओं ने हमला किया है. बीजेपी के विधायक नीरज कुमार बबलू ने कहा है कि बनारस में जाने का मतलब है कि सिर्फ और सिर्फ ये मीडिया में आना चाहते हैं. वहीं चिराग ने पूछा है कि यूपी में नीतीश कुमार किस मॉडल को लेकर जाएंगे?


जेडीयू के नेता बीजेपी पर हमलावर


उधर विपक्षी नेताओं के बयानों पर जेडीयू के मंत्री जमा खान ने मंगलवार को कहा था कि बनारस की रैली अंगड़ाई है. बीजेपी को ठंड में पसीना आ रहा है. ऐसे नेता की रैली है जो स्वच्छ छवि के हैं, लोग जान चुके हैं. उन्होंने कहा कि 2024 में देश में परिवर्तन होगा. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के हाथों दिल्ली में लाल किले पर झंडा फहराया जाएगा.


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