Bihar News: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज(8 मार्च) को मगध के चक्रवर्ती सम्राट व महाभारत काल के महान योद्धा जरासंध की प्रतिमा का अनावरण करें. इसके अलावा मुख्यमंत्री स्मारक, नवनिर्मित पक्षीशाला का भी उद्घाटन करेंगे. जिसको लेकर जरासंध स्मारक स्थल को रंग-बिरंगे,फूलों और विभिन्न प्रकार के पौधों से सजाया गया है.

जरासंध स्मृति पार्क में मगध सम्राट की 21 फीट ऊंची प्रतिमा को 11 फीट ऊंचे पेडेस्टल पर स्थापित किया गया है. ब्रास मेटल से निर्मित स्मारक आकर्षक का केंद्र बना है. जरासंध स्मृति पार्क को 14.83 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया गया है. सीएम नीतीश कुमार ने 27 नवंबर 2022 को गंगा जल आपूर्ति योजना का शुभारंभ करते हुए जरासंध स्मारक बनाने की घोषणा की थी. जरासंध स्मारक जेपी उद्यान के नजदीक बनाया गया है.

क्या है जरासंध का इतिहास?बता दें कि जरासंध महाभारत काल के एक अत्यंत शक्तिशाली योद्धा थे. जिनका मुकाबला करना मौत को आमंत्रित करने के समान माना जाता था. एक कथा के अनुसार, राजा बृहद्रथ की कोई संतान नहीं थी वे संतान की कामना को लेकर ऋषि चंडकौशिक के पास गए तो उन्होंने खुश होकर एक फल दिया था. जिसे राजा बृहद्रथ को पत्नी को खिलाने के लिए कहा था. लेकिन राजा बृहद्रथ ने वो फल अपनी दो पत्नियों को आधा-आधा खिला दिया. समय आने पर दोनों पत्नियों ने आधे-आधे शरीर वाले बच्चे को जन्म दिया. जिसे देखकर सब भयभीत हुए तो राजा ने दोनों बच्चों को जंगल में फिंकवा दिया.

इस दौरान जंगल से जरा नाम की एक राक्षसी गुजरी. जब उसने दोनों बच्चों के शरीर के हिस्सों को साथ में रखा तो वो जुड़ गए और बालक रोने लगा. राजा को जब इसकी सूचना मिली तो वो अपनी दोनों रानियों के साथ राक्षसी के पास पहुंचे और उसे धन्यवाद दिया. जरा राक्षसी की माया से प्रभावित होकर राजा बृहद्रथ ने अपने पुत्र का नाम जरासंध रख दिया.

जरासंध की विरासत को समर्पित है स्मारकजरासंध के आदमकद प्रतिमा अनावरण की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है. यह स्मारक जरासंध की विरासत को समर्पित है. जरासंध स्मारक परिसर में भित्ति चित्रों के माध्यम से जरासंध के जन्म से लेकर मल युद्ध तक के चित्र का चित्रण किया गया है. ताकि जरासंध स्मारक में भ्रमण करने वाले देश-विदेश के पर्यटक राजगीर के गौरवशाली इतिहास और सांस्कृतिक धरोहरों से परिचित हो सके. स्मारक के माध्यम से नई पीढ़ी को भारतीय के इतिहास, संस्कृति और परंपराओं से जोड़ा जा सके.

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