बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज ( 20 सितंबर) राज्य के लाखों लोगों को बड़ी सौगात देने जा रहे हैं. विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के अंतर्गत वे 49 लाख 9 हजार 336 लाभार्थियों के खातों में प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) के जरिए 2920 करोड़ रुपये की राशि स्थानांतरित करेंगे. यह राशि सीधे लाभार्थियों के बैंक खातों में भेजी जाएगी, जिससे सरकार की पारदर्शिता और जवाबदेही की नीति को और बल मिलेगा.

Continues below advertisement

मुख्यमंत्री का यह कदम विधानसभा चुनाव से पहले जनता को राहत और विश्वास दिलाने के तौर पर देखा जा रहा है. सरकार चाहती है कि विकास और कल्याणकारी योजनाओं का सीधा लाभ आम लोगों तक पहुंचे और बीच में किसी तरह की गड़बड़ी या बिचौलियों की भूमिका न रहे.

नीतीश कुमार आज करेंगे भारी धन और योजनाओं का उद्घाटन

कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 958 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली आधारभूत संरचनाओं से जुड़ी योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन भी करेंगे. इनमें सड़कों, पुलों और अन्य सार्वजनिक सुविधाओं से जुड़े प्रोजेक्ट शामिल हैं. इन योजनाओं से राज्य के बुनियादी ढांचे को मजबूती मिलेगी और आम जनता को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध होंगी.

Continues below advertisement

कार्यक्रम का आयोजन आज शाम 4 बजे मुख्यमंत्री आवास, एक अणे मार्ग परिसर में किया गया है. इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ दोनों उपमुख्यमंत्री और कई विभागों के मंत्री भी मौजूद रहेंगे. यह उपस्थिति इस कार्यक्रम को और राजनीतिक महत्व देती है.

डीबीटी के माध्यम से सीधे खातों में ट्रांसफर होगी राशि  

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि नीतीश कुमार पूरी तरह चुनावी मोड में आ चुके हैं. जनता तक योजनाओं का लाभ पहुंचाने और नई परियोजनाओं की शुरुआत करके वे यह संदेश देना चाहते हैं कि उनकी सरकार लगातार विकास कार्यों में जुटी हुई है. खासकर डीबीटी के माध्यम से सीधे खातों में राशि ट्रांसफर करना उनके सुशासन मॉडल का हिस्सा माना जा रहा है.

चुनावी मौसम में विकास को मुख्य एजेंडा बनाने की रणनीति

सूत्रों के अनुसार इस कार्यक्रम में शिक्षा, स्वास्थ्य, ग्रामीण विकास और शहरी विकास जैसे विभागों से संबंधित योजनाओं के लाभार्थी शामिल होंगे. नीतीश कुमार का यह प्रयास न केवल कल्याणकारी योजनाओं की उपलब्धियों को जनता के सामने लाने का है, बल्कि चुनावी मौसम में विकास को मुख्य एजेंडा बनाने की रणनीति भी है.

आज का यह आयोजन न केवल बिहार की जनता के लिए राहत लेकर आएगा बल्कि यह विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक माहौल को भी प्रभावित करने वाला साबित हो सकता है.