बिहार विधानसभा चुनाव में मिली बड़ी जीत के बाद अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का फोकस अपनी पार्टी पर है. शनिवार (06 दिसंबर) को पार्टी कार्यालय में उन्होंने जेडीयू के प्रमुख नेताओं और कार्यकर्ताओं के मौजूदगी में सदस्यता अभियान की शुरुआत की. संगठन को और मजबूत करने की रणनीति के तहत तीन साल में एक करोड़ नए सदस्यों को जोड़ने का टारगेट रखा गया है.
जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष और सांसद संजय कुमार झा ने कहा, "पार्टी का सदस्यता अभियान आज (06 दिसंबर) से शुरू हो गया है. हमलोगों ने पहली सदस्यता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को दिया. पार्टी, उसके पदाधिकारी और विधायक दल सभी ने सीएम नीतीश कुमार को 10वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने पर बधाई दी. इस बार हमने सदस्यता अभियान में 1 करोड़ का लक्ष्य रखा है."
बूथ स्तर से लेकर जिला स्तर तक अभियान- राजीव रंजन
वहीं, जेडीयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा, ''पार्टी का लक्ष्य अगले तीन वर्षो में एक करोड़ नए सदस्यों को संगठन से जोड़ने का है. इसके लिए बूथ स्तर से लेकर जिला स्तर तक विशेष अभियान चलाया जाएगा. सदस्यता बढ़ाकर पार्टी संगठन को मजबूत करने की रणनीति तैयार की जा रही है.''
'चुनाव में हार के बाद RJD के नेता हताश'
उन्होंने विरोधियों पर हमला बोलते हुए कहा, ''विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद RJD के नेता हताश हैं इसलिए मानसिक संतुलन खो दिया है. अनर्गल प्रलाप कर रहे हैं. पहले कहते थे BJP नीतीश को मुख्यमंत्री नहीं बनाएगी. अब कह रहे हैं कि जेडीयू का BJP में विलय हो गया.''
RJD ने जेडीयू की सदस्यता अभियान पर ली चुटकी
उधर, RJD ने जदयू के सदस्यता अभियान कार्यक्रम पर चुटकी ली. पार्टी के प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा, ''यह सब बस दिखाने के लिए है. यह सब दिखावा है कि नेताओं को जिम्मेदारी दी जा रही है. दरअसल हकीकत ये है कि जिस दिन से नीतीश कुमार BJP के विचारों पर चलना शुरू किये हैं, उस दिन से जदयू के BJP में विलय की प्रक्रिया शुरू हो गई है.
उन्होंने आगे कहा, ''अगली बड़ी कवायद जल्द देखने को मिलेगी.'' उनका इशारा था कि पूर्ण रूप से जल्द जदयू का BJP में विलय हो जाएगा. आगे उन्होंने कहा कि जदयू पार्टी तो BJP की विचारधारा में समाहित हो ही चुकी है.