पटना: बिहार विधानसभा में बजट सत्र के दौरान बुधवार (21 फरवरी) को विपक्ष ने सदन में जोरदार हंगामा किया. सदन के अंदर वेल में आकर महागठबंधन के विधायक हंगामा करने लगे. महागठबंधन के विधायक बीजेपी एमएलए शैलेंद्र के बयान से नाराज थे. महागठबंधन के विधायकों ने कहा कि बीजेपी विधायक शैलेंद्र ने आरजेडी के विधायक रामवृक्ष सदा को गाली दी. असंसदीय भाषा का प्रयोग किया. माफी मांगें का नारे लगाने लगे. कहा कि दलित का अपमान किया गया है. 


महागठबंधन के विधायक नीतीश कुमार मुर्दाबाद का नारा लगाने लगे. इस पर नीतीश कुमार भड़क गए. नीतीश कुमार ने कहा कि हमको मुर्दाबाद, अपना ज़िंदाबाद का नारा लगाते रहिए. नीतीश कुमार ने यह भी कहा कि अगली बार और कम संख्या में आइएगा. हालांकि महागठबंधन के विधायक कुछ भी सुनने को तैयार नहीं थे. नारेबाजी करते रहे. सदन के अंदर वेल में धरने पर बैठ गए.


भाई वीरेंद्र ने कहा- 'गलत बयानबाजी कर रहे नीतीश'


हंगामे के बाद सदन से महागठबंधन के विधायक वॉकआउट कर गए. विधानसभा परिसर में आरजेडी के विधायक भाई वीरेंद्र ने कहा कि मुख्यमंत्री जो आदेश देते हैं उसका कोई भी पदाधिकारी पालन करने का काम नहीं करता है. आज फिर हम लोगों को आवाज उठानी पड़ी. सीएम नीतीश कुमार ने जो मंगलवार को शिक्षा विभाग को आदेश दिया उसका अनुपालन नहीं हुआ और खड़े होकर नीतीश कुमार गलत बयानबाजी कर रहे हैं. पत्र में लिखा है 10 से चार बजे तक स्कूल चलेगा लेकिन जो शिक्षकों को आदेश दिया गया था वो पहले के जैसा रहेगा. यानी शिक्षक 8.30 बजे तक स्कूल पहुंचेंगे. ये तुगलकी फरमान है.


भाई वीरेंद्र ने कहा कि मुख्यमंत्री को एक मिनट भी अपने पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है. कल हमारे एक विधायक को बीजेपी के एमएलए ने अपमानित किया है. असंसदीय भाषा का प्रयोग किया है. उसका भी कार्यस्थगन दिया गया है लेकिन कार्यस्थगन को भी सदन में नहीं पढ़ने दिया गया. ये कैसा लोकतंत्र है? 


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