चुनाव में टिकट कटने का दर्द क्या होता है यह वही समझ सकता है जिसके साथ यह हुआ है. भारतीय जनता पार्टी ने गोपालगंज सदर सीट से वर्तमान विधायक कुसुम देवी का टिकट काट दिया है. उनकी जगह अब जिला परिषद अध्यक्ष सुभाष सिंह को उम्मीदवार बनाया गया है. बीते बुधवार (15 अक्टूबर, 2025) को जैसे ही टिकट कटने की बात सामने आई तो शाम में कुसुम देवी ने अपने आवास पर प्रेस वार्ता की. इस दौरान कुसुम देवी और उनके बेटे अनिकेत सिंह भावुक हो गए. वे फूट-फूटकर रोने लगे. 

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इस मौके पर कुसुम देवी ने कहा कि उनके पति स्व. सुभाष सिंह चार बार विधायक रहे और बिहार सरकार में मंत्री भी बने. उनके निधन के बाद पार्टी ने उन्हें टिकट दिया था. वे जनता के आशीर्वाद से जीत भी गईं. उन्होंने कहा कि हमने हमेशा पार्टी और कमल निशान के लिए पूरी निष्ठा से काम किया, लेकिन आज पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने हमें धोखा दिया है.


…और माइक लेकर रोने लगे अनिकेत सिंह


पीसी के दौरान जब अनिकेत सिंह माइक लेकर अपनी बात कह रहे थे तो वो रोने लगे. उन्होंने कहा कि परिवार के पीठ में छुरा घोंपा गया है. जब जिसको जरूरत रहती है वह जाते हैं. अपनी मां को लेकर जाते हैं. रात में एक-एक बजे तक पोस्टमार्टम करवाने के लिए वो गए हैं. ये सारी बातें वे रोते हुए कह रहे थे.


निर्दलीय लड़ सकती हैं कुसुम देवी


उधर कुसुम देवी ने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा देने की घोषणा कर दी है. चर्चा है कि वे निर्दलीय चुनाव लड़ सकती हैं. हालांकि देखना होगा कि क्या होता है. आरोप लगाया कि पार्टी ने बरौली से पांच बार के विधायक रहे रामप्रवेश राय का टिकट काटने के बाद अब सारण की एकमात्र महिला विधायक का टिकट भी छीन लिया है.


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