हाजीपुर: इंटरमीडिएट की परीक्षा गुरुवार (1 फरवरी) से शुरू हो गई है. हाजीपुर में 58 एग्जाम सेंटर बनाए गए हैं. परीक्षार्थियों की संख्या 45190 है. जिले में आदर्श एग्जाम सेंटर भी बनाए गए हैं. उसे अच्छे ढंग से सजाया भी गया है. कड़ी सुरक्षा के बीच गुरुवार को पहले दिन परीक्षा शुरू हुई लेकिन वैसे परीक्षार्थियों को एंट्री नहीं मिली जो लेट पहुंचे थे. हाजीपुर में जब एक परीक्षा केंद्र पर छात्रों को एंट्री से रोका गया तो वे फूट-फूटकर रोने लगीं.


हाजीपुर के संत जॉन्स एकेडमी एग्जाम सेंटर का मामला है. इंटरमीडिएट की पांच छात्राएं एग्जाम सेंटर पहुंचीं थीं लेकिन लेट होने का हवाला देते हुए उन्हें परीक्षा देने से रोक दिया गया. कहा गया कि नियम के अनुसार तुम 5 मिनट लेट हो. एग्जाम सेंटर पर छात्राएं रोने लगीं और गुहार लगाने लगीं लेकिन सेंटर मजिस्ट्रेट ने एक नहीं सुनी. पांच छात्राओं को एग्जाम सेंटर में एंट्री देने से साफ मना कर दिया.



9 बजे के बाद एंट्री की नहीं थी अनुमति


एग्जाम सेंटर के बाहर खड़ी छात्राओं ने बताया कि एडमिट कार्ड पर समय 9 बजे का दिया गया था. अभी 9 बचकर 5 मिनट 7 मिनट हुआ है लेकिन नहीं जाने दिया गया. परीक्षा 9:30 से शुरू होगी. यह कहकर सभी लड़कियां रोती रहीं. एग्जाम सेंटर के बाहर खड़ी छात्राओं को और अभिभावक को डांट फटकार लगाते हुए जाने के लिए कहा गया.


पुलिस बुलाकर पत्रकारों को हटाया गया


जब केंद्र पर मौजूद शिक्षिका और परीक्षा केंद्र के प्रभारी से बातचीत करने की कोशिश की गई तो उन्होंने साफ तौर पर मना कर दिया है कि केंद्र पर मीडिया को नहीं आना है. कोई बातचीत नहीं की जाएगी. पुलिसकर्मियों को बुलाकर पत्रकारों को सेंटर से हटा दिया गया. इसी तरह का मामला बिहार के कई अन्य जिलों से भी सामने आए हैं.


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