बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद की पत्नी राबड़ी देवी को 10 सर्कुलर रोड स्थित सरकारी आवास को खाली करना है. भवन निर्माण विभाग की ओर से नोटिस जारी हो गया है. उन्हें 39 हार्डिंग रोड स्थित दूसरा आवास दिया गया है. इस बीच लगातार राजनीति हो रही है. इस बीच बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह की भी प्रतिक्रिया आई है.

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बुधवार (26 नवंबर, 2025) को मीडिया से बातचीत में गिरिराज सिंह ने इस मसले पर कहा, "एक गांव की कहावत है, जोड़ जल जाता है ऐंठन नहीं जाता है. क्या बंगला किसी व्यक्ति को मिलता है या विधायक, सांसद, विधान परिषद के सदस्य, नेता प्रतिपक्ष, मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री को मिलता है? यह एक संवैधानिक प्रक्रिया है. इस पर मुझे लगता है जिद करना उचित नहीं है."

आरजेडी इस फैसले के खिलाफ

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भले यह कहा है कि यह संवैधानिक प्रक्रिया है लेकिन आरजेडी मानने के लिए तैयार नहीं है. आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष मंगनी लाल मंडल ने कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आधिकारिक आवास एक अणे मार्ग के ठीक सामने स्थित 10 सर्कुलर रोड का बंगला किसी भी सूरत में खाली नहीं किया जाएगा. यह फैसला हमारे नेता लालू प्रसाद के प्रति सत्तारूढ़ एनडीए की दुर्भावना को दर्शाता है. 

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10 सर्कुलर रोड स्थित राबड़ी आवास को लेकर भले सियासत जारी है, लेकिन यह तय माना जा रहा है कि उन्हें घर खाली करना होगा. बता दें कि लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य भी सरकार के इस फैसले के खिलाफ बोल चुकी हैं. अब देखना होगा कि आगे इस पर क्या कुछ होता है. 

'…तो पागलपन का कोई जवाब नहीं है'

उधर गिरिराज सिंह से पत्रकारों ने पूछा कि ममता बनर्जी कह रही हैं कि अगर बीजेपी बंगाल में टारगेट करती है तो हम देश हिला देंगे. इस पर केंद्रीय मंत्री ने कहा, "एसआईआर लागू होगा. एसआईआर एक संवैधानिक व्यवस्था है, वोटर लिस्ट का शुद्धिकरण होता है. इसलिए ये तो होगा. अगर उन्होंने मान लिया है कि बंगाल नहीं बांग्लादेश बना दिया है और मैं (ममता बनर्जी) प्रधानमंत्री हूं तो फिर तो पागलपन का कोई जवाब नहीं है."

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