कैमूर जिले की मोहनिया विधानसभा सीट से आरजेडी प्रत्याशी श्वेता सिंह ने दावा किया है कि उनका नामांकन रद्द कर दिया गया है. हालांकि अभी तक इस पर आधिकारिक रूप से जानकारी सामने नहीं आई है. उधर नामांकन रद्द की जानकारी चुनाव से जुड़े अधिकारियों ने दी तो कार्यालय से बाहर निकलने के बाद श्वेता सुमन रोने लगीं.
क्यों रद्द किया गया नामांकन?
कहा जा रहा है कि बीजेपी द्वारा शिकायत के बाद जांच के आधार पर आयोग की ओर से यह कार्रवाई की गई है. शिकायत में दावा किया गया था कि श्वेता सुमन ने 2020 में उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले का पता दाखिल किया था जबकि इस बार अपना पता बिहार दिखाया है. निर्वाचन अधिकारियों ने उपलब्ध दस्तावेजों और पिछले नामांकन रिकॉर्ड की पड़ताल कर यह फैसला लिया है.
श्वेता सुमन ने क्या कहा?
श्वेता सुमन ने कहा, "कल (मंगलवार) हम स्क्रूटनी में आए थे तो आज (बुधवार) का डेट दिया गया था जाति प्रमाण पत्र को लेकर, जम हम आज गए तो सबसे पहले ये कहा गया कि हमने आपका नामांकन रद्द कर दिया है और कुछ नहीं कर सकते. फिर भी मेरे वकील ने कहा कि जब आपने समय दिया है तो आपको सुनना होगा. जिस सीओ ने उसे (जाति प्रमाण पत्र) प्रमाणित किया था उसी ने सीओ ने रिजेक्ट कर दिया. अधिकारियों ने एक बात नहीं सुनी. कहा कि आप कोर्ट में जाइए."
इस पूरे मामले में श्वेता सुमन के वकील ने कहा, "एसडीओ को पावर नहीं है जाति प्रमाण पत्र की वैधता या डुप्लीकेसी की जांच करने का, ये स्क्रीनिंग कमेटी को पावर है. इलेक्शन के फॉर्म को स्वीकार करना चाहिए था. स्क्रीनिंग कमेटी का जो फैसला होता उसके बाद निर्णय होता है. जीता हुआ आदमी क्या कोर्ट में चुनाव नहीं हारता है?"
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