चुनावी वर्ष (2025) में यात्राओं का दौर शुरू है. बिहार के तमाम राजनीतिक दलों की ओर से कहीं यात्राएं निकाली जा रही हैं तो कहीं सम्मेलन किया जा रहा है. इस बीच मंगलवार (16 सितंबर, 2025) को पटना के गांधी मैदान से भारतीय जनता पार्टी ने "चलो जीते हैं" रथ को रवाना किया. 243 रथों को 243 विधानसभा क्षेत्रों के लिए तैयार किया गया है. 

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इस मौके पर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल, केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, मंत्री नितिन नवीन, बीजेपी के नेता ऋतुराज सिन्हा सहित पार्टी के कई अन्य नेता-कार्यकर्ता मौजूद रहे. "चलो जीते हैं" रथ के जरिए बीजेपी ने स्पष्ट कर दिया है कि बिहार का चुनाव एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दम पर एनडीए लड़ेगा. ऐसा इसलिए क्योंकि जिन 243 विधानसभा क्षेत्रों में यह रथ पहुंचेगा वहां इसके माध्यम से पीएम मोदी की जीवनी को दिखाया जाएगा. 

प्रधानमंत्री के बचपन में किए गए संघर्ष और अब तक के उनके सफर को एलईडी स्क्रीन के जरिए दिखाया जाएगा. पीएम मोदी की जीवनी को दिखाना भारतीय जनता पार्टी का खास मकसद है. दरअसल बीजेपी समझती है कि अगर बिहार में एक बार फिर एनडीए की सरकार बनानी है तो गरीब तबकों के वोटर्स को एकजुट रखना होगा. ऐसे में पीएम मोदी की जीवनी को दिखाते हुए बीजेपी उनके संघर्ष को जनता के बीच रखना चाहती है.

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'दूसरों की सेवा करो… दूसरे के जीने का सहारा बनो'

दिलीप जायसवाल ने कहा, "हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कहना है कि अगर मंदिर, मस्जिद, गिरजाघर, गुरुद्वारा दूर है तो आप अपने आसपास के गरीब व्यक्तियों की आंखों को पोछ दो, उसकी मदद करो, सारा पुण्य उसी में मिल जाता है. पीएम मोदी और बीजेपी का मानना है कि दूसरों की सेवा करो, खुद जियो और दूसरे के जीने का सहारा बनो. इसी मकसद के तहत आज चलो जीते हैं रथ को रवाना किया गया है. यह लोगों को प्रेरित करेगा."

बता दें कि तेजस्वी यादव आज (मंगलवार) से ही 'बिहार अधिकारी यात्रा' पर निकले हैं. दूसरी तरफ विपक्षी दलों को जवाब देने के लिए बीजेपी ने "चलो जीते हैं" रथ का सहारा ले लिया है.