सीतामढ़ी: बिहार के सीतामढ़ी जिला से दो बार सांसद और पुपरी से तीन बार विधायक रहे सीताराम यादव ने राजद के प्रदेश अध्यक्ष द्वारा उनके खिलाफ पार्टी से निष्कासन की कार्रवाई पर आपत्ति जताई है. कार्रवाई के आलोक में अगली रणनीति तैयार करने के लिए उन्होंने गुरुवार को जानकी विहार होटल, डुमरा में कार्यकर्ताओं की एक बैठक बुलाई थी.


इस मौके पर उन्होंने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि गलत ढंग से और नियम के विरुद्ध उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है. वे पार्टी के स्थापना काल से ही संगठन से जुड़े रहे हैं. उन्हें एमएलसी का टिकट नहीं दिया गया, फिर भी उन्होंने पार्टी नहीं छोड़ी. विधानसभा चुनाव में उनका टिकट फाइनल हो गया था. इस बीच, बिस्कोमान के अध्यक्ष सुधीर कुमार से 70 से 80 लाख रुपये लेकर उनका टिकट काट दिया गया, फिर भी वो पार्टी में बने रहे.


उन्होंने कहा कि बीमार रहने के बावजूद मैंने चुनाव में पार्टी के हित में काम किया और राजद के प्रत्याशी ने यहां से जीत भी हासिल की. ऐसे में मेरा निष्कासन निराधार है. उन्होंने कहा कि अब वे कार्यकर्ताओं की राय के मुताबिक आगे की रणनीति तय करेंगे.


पूर्व सांसद ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर हमला बोलते हुए कहा कि लालू प्रसाद से अधिक तेजस्वी में पैसे की भूख है. वे (तेजस्वी) घमंडी हो गए हैं, उन्हें कार्यकर्ताओं से कोई मतलब नहीं है, सिर्फ नेता बनना चाहते हैं. इधर, बैठक में मौजूद नेताओं ने भी कार्रवाई की निंदा की. उन्होंने कहा कि अगर पार्टी द्वारा तीन दिनों के अंदर निष्कासन वापस नहीं लिया गया, तो सीताराम यादव निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र होंगे.


राजद नेताओं ने कहा कि पार्टी में गलत लोगों को तरजीह दिया जा रहा है. सीतामढ़ी राजद गलत और दलाल प्रवृति के लोगों के चंगुल में फंस गया है. पार्टी में अब लोकतंत्र नहीं बची है.