Bihar News: 2025 में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी (AIMIM) जोर-शोर से तैयारी में जुटी हुई है. बड़ी बात यह है कि वह महागठबंधन में शामिल होना चाहती है. आरजेडी के साथ एलायंस करना चाहती है. एआईएमआईएम के बिहार प्रदेश अध्यक्ष और विधायक अख्तरुल ईमान ने एबीपी न्यूज़ मंगलवार (03 जून, 2025) को फोन पर कहा कि हमने लालू-तेजस्वी के करीबी विधायकों और नेताओं से संपर्क किया है. गठबंधन का प्रस्ताव लालू-तेजस्वी को पहुंचा दिया है. आरजेडी आलाकमान को अब निर्णय लेना है.
50 सीटों पर हमारी तैयारी: एआईएमआईएम
एआईएमआईएम के विधायक अख्तरुल ईमान ने कहा कि आरजेडी आलाकमान से बातचीत के लिए न्योता आएगा तब हम औपचारिक रूप से गठबंधन और सीटों पर बातचीत करेंगे. मुस्लिम वोटों का बंटवारा न हो यह हम चाहते हैं. अगर गठबंधन नहीं हुआ तो हम तीसरा मोर्चा बनाकर चुनाव लड़ेंगे. करीब 50 सीटों पर हमारी तैयारी है. अगर इतनी सीटों पर हम लड़े तो महागठबंधन से कह देना देना चाहता हूं बाद में दोष मत दीजिएगा कि आप लोगों ने वोटों का बंटवारा करा दिया.
2020 में 20 सीटों पर लड़ी थी एआईएमआईएम
आगे अख्तरुल ईमान ने कहा कि हमारे चार विधायकों को आरजेडी तोड़कर ले गई थी तब भी हम गठबंधन को तैयार हैं, क्योंकि बिहार को बीजेपी से बचाना है. बता दें 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में ओवैसी की पार्टी 20 सीटों पर चुनाव लड़ी थी. पांच सीट सीमांचल में जीती थी. आरजेडी के मुस्लिम वोट बैंक में जबरदस्त सेंधमारी हुई थी और एनडीए को लाभ हो गया था. बाद में चार विधायक आरजेडी में शामिल हो गए थे.
गठबंधन हुआ तो एनडीए को लग सकता है झटका
बिहार में मुस्लिम आबादी करीब 17 फीसद है. सीमांचल में ओवैसी की पार्टी की पकड़ है. सीमांचल में 24 विधानसभा सीटें हैं. सीमांचल मुस्लिम बहुल इलाका है. महागठबंधन अब तक ओवैसी को बीजेपी की बी टीम बताता रहा है, लेकिन अगर गठबंधन हो गया तो ये एनडीए के लिए झटका माना जा सकता है. मुस्लिम वोटों का बंटवारा नहीं हो पाएगा. बिहार में इस साल अक्टूबर-नवंबर में विधानसभा चुनाव होना है. विधानसभा की 243 सीटें हैं. एनडीए का मुकाबला महागठबंधन से है.
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