कैमूरः पंडित दीनदयाल और गया रेलखंड के बीच पुसौली रेलवे स्टेशन के पास शनिवार को हावड़ा-बीकानेर एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त होने से बच गई. ट्रेन अपलाइन में गया की तरफ से पंडित दीनदयाल रेलवे जंक्शन की तरफ जा रही थी. टूटी पटरी को देख दो ग्रामीणों ने ट्रेन के चालक को लाल गमछा दिखाकर गाड़ी रोकने के लिए इशारा किया. इसके बाद चालक ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन रोकी.


बताया जाता है कि पुसौली रेलवे स्टेशन से एक किलोमीटर पश्चिम कुदरा थाना क्षेत्र के घटांव गांव के दो किसान अपने खेतों की तरफ अपलाइन का रेलवे ट्रैक पकड़कर जा रहे थे. इसी दौरान उनकी नजर रेलवे ट्रैक की टूटी पटरी पर पड़ी. जब तक वह पुसौली स्टेशन मास्टर को इसकी सूचना देते तब तक अपलाइन का सिग्नल ग्रीन हो गया और चंद मिनटों में ही अपलाइन से हावड़ा-बीकानेर एक्सप्रेस आ गई.


लाल गमछा देखकर ट्रेन के ड्राइवर ने लगाई इमरजेंसी ब्रेक


किसान प्रेमचंद राम और राम प्रवेश ने अपने पास रखे लाल गमछा को लेकर चालक की तरफ ट्रेन रोकने का इशारा करने लगे. फिर चालक ने मामले की गंभीरता को समझते हुए गाड़ी की इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन रोक दी. जब दोनों से चालक ने पूछा तो इन्होंने टूटी पटरी दिखाई. फिर स्टेशन मास्टर को इसकी सूचना दी गई. मौके पर पीडब्ल्यूआई की टीम ने पहुंचकर पटरी की मरम्मत की. हावड़ा-बीकानेर एक्सप्रेस को 45 मिनट के विलंब से फिर पंडित दीनदयाल जंक्शन के लिए दूसरी लाइन से रवाना किया गया.


वहीं, स्टेशन मास्टर ने ग्रामीणों की तत्परता देख माला पहनाकर मिठाई खिलाकर सम्मानित किया. स्टेशन मास्टर ने बताया कि एक बड़ा हादसा होने से टल गया है. हावड़ा-बीकानेर को दूसरी लेन से 45 मिनट के बाद रवाना किया गया. मौके पर मौजूद पुलिसकर्मी ने बताया कि पटरी को फिलहाल दुरुस्त कर दिया गया है. गाड़ियों का परिचालन सामान्य रूप से हो सकता है. एक से दो दिनों के अंदर इस क्षेत्र की पूरी पटरी बदल दी जाएगी.


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