आरा: भोजपुर में चार दिन से लापता किशोर का टुकड़ों में फेंका गया शव बरामद हुआ है. उसका शव उदवंतनगर थाना क्षेत्र के गजराजगंज ओपी अंतर्गत महतवनिया हाल्ट के पास रेलवे ट्रैक के किनारे झाड़ी से सोमवार की सुबह बरामद हुआ. किशोर का एक हाथ एक पैर एवं गर्दन कटा हुआ मिला. किशोर का एक पैर रविवार को गांव के ही काली मंदिर के पास से मिला था. शव को आवारा कुत्ते ने भी नोचा था. शव मिलने से गांव एवं आसपास के इलाके में सनसनी मच गई. देखते ही देखते सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण इकट्ठा हो गए. इसके बाद उन्होंने इसकी सूचना स्थानीय थाना को दी.


चार दिनों से लापता किशोर का मिला है शव


घटना की सूचना मिलते ही आरा एएसपी हिमांशु, मुख्यालय डीएसपी विनोद कुमार सिंह के साथ तीन थानों की पुलिस के सैकड़ों की संख्या में पुलिस बल घटनास्थल पर पहुंचे. मामले की छानबीन में जुट गए. वहीं भोजपुर एएसपी सह सदर एसडीपीओ हिमांशु एवं डीएसपी विनोद कुमार सिंह ने बालक के परिजनों से मिलकर घटना की पूरी जानकारी ली. इसके बाद पुलिस द्वारा डॉग स्क्वायड और फोरेंसिक टीम को भी बुलाया गया. डॉग स्क्वायड की टीम घटनास्थल पर पहुंची और और घटनास्थल एवं आसपास के इलाके की छानबीन की. इसके बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए आरा सदर अस्पताल भेज दिया.


चचेरी बहन के परीक्षा हॉल में फेंका था पुर्जा


बालक उदवंतनगर थाना क्षेत्र के गजराजगंज ओपी अंतर्गत वार्ड नंबर आठ निवासी अशोक कुमार सिंह का 12 वर्षीय पुत्र दया कुमार सिंह है. पांचवी कक्षा का छात्र था. आरा के धरहरा स्थित हॉस्टल में रहकर पढ़ता था. इधर, बालक के पिता अशोक कुमार सिंह ने बताया कि वह शुक्रवार दोपहर अपने भाई संतोष कुमार की बेटी निधि कुमारी को परीक्षा दिलवाने के लिए स्थानीय थाना क्षेत्र के बामपाली गांव स्थित मध्य विद्यालय गए थे. तभी खिड़की की तरफ से दया ने अपनी बहन को चिट–पुर्जा फेंका. कागज का टुकड़ा क्लास में बैठी दूसरी लकड़ी को मिला. इसके बाद उसने अपने भाई एवं उसके साथियों उसकी शिकायत कर उसकी जमकर पिटाई करवा दी. जिससे वह गंभीर रूप से जख्मी हो गया. इसके बाद उन चारों लड़कों द्वारा ही आरा शहर में लाकर निजी अस्पताल में इलाज कराया गया था.


बच्चों से हुई जमकर मारपीट के बाद से लापता था लड़का


वहीं जब उसकी बहन वापस घर लौटी तो उसने घर जाकर परिजनों को बताया कि कुछ लड़के उसे पीट रहे थे. बात सुनते ही परिजनों ने काफी खोजबीन की, लेकिन कुछ पता नहीं चल पाया. खोजबीन के दौरान बालक के पिता गांव में ही शिवजी नामक व्यक्ति के घर गए. उनसे पूछताछ की तो उनके नाती ने कहा कि हां मैंने आपके बेटे को मारा था. इसके बाद उन्होंने सभी जगहों पर उसकी खोजबीन की, लेकिन कुछ पता नहीं चल पाया. थक हारकर परिजन ने बेटे के गायब होने के लिखित आवेदन स्थानीय थाना में दी. वहीं सोमवार की सुबह महतवनिया हाल्ट के पास रेलवे ट्रैक के किनारे झाड़ी से कई टुकड़ों में उसका शव बरामद हुआ. उसका एक हाथ, एक पैर एवं गर्दन भी कटा हुआ है. इसके बाद परिजन द्वारा उसके कपड़े को देखकर उसकी पहचान की गई. 


डॉग स्क्वायड की टीम और ग्रामीणों की मदद से ढूंढा शव


इधर, दूसरी ओर मृत बालक के पिता अशोक कुमार सिंह ने धारदार हथियार से उसकी हत्या कर शव को फेंकने का आरोप लगाया है. घटनास्थल पर पहुंचे आरा एएसपी हिमांशु ने कहा की 13 अक्टूबर से दया कुमार गायब था. इसके बाद परिजनों ने थाना में लिखित आवेदन दिया तभी से हम लोगों ने उसकी काफी खोजबीन की, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चल पाया. रविवार को काली मंदिर के पास से एक पैर मिला था.


इससे अंदाजा लगाया गया कि आस–पास ही कहीं उसका शव है. सोमवार को डॉग स्क्वायड की टीम को बुलाया गया. स्थानीय ग्रामीणों की मदद से शव को बरामद किया गया. शव का डीएनए जांच के साथ फोरेंसिक जांच कराएंगे ताकि आरोपियों तक पहुंचने में आसानी हो सके. घटना के बाद सभी एंगल से जांच की जा रही . बताया जाता है की दया कुमार के साथ मारपीट करने वाले किशोर उसी के हम उम्र के थे. पुलिस ने उन्हें बाल सुधार गृह भेज दिया है.


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