Bettiah Kidnapping Case: बेतिया में शनिवार के दिन जबरन पिस्टल के बल पर अपहरण करने का आरोपी रवि कुमार उर्फ पीन्नू ने बेतिया कोर्ट में सरेंडर करने के लिए पहुंचा, लेकिन कोर्ट का समय बीत जाने के कारण आरोपी का आत्मसमर्पण नहीं हो सका. कोर्ट ने कस्टडी लेने से माना कर दिया, जिसके बाद रवि कुमार को गिरफ्ता करने के लिए पुलिस कोर्ट के पास पहुंची लेकिन पुलिस उसे नहीं पकड़ पाई.
पुलिस को चकमा देकर आरोपी फरार
दरअसल बेतिया एसडीपीओ विवेक कुमार दीप कोर्ट में आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए पहुंचे थे, लेकिन पिन्नु पुलिस के हाथ नहीं लगा. पुलिस पिन्नु को गिरफ्तार करने के लिए कोर्ट के बाहर खड़ी रही, लेकिन रवि कुमार उर्फ पिन्नु का कहीं पता नहीं चल सका. आज गुरुवार के दिन बेतिया एसपी डॉ शौर्य सुमन बेतिया सिविल कोर्ट पहुंचे हुए हैं. पिन्नु के ऊपर बड़ी कार्रवाई हो सकती है.
दिन भर रवि कुमार उर्फ पिन्नु को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस कोर्ट के चारों तरफ लगी रही. जिला में चर्चा यह है कि आरोपी न्यायालय में जब सरेंडर करने के लिए जा रहा है, तो पुलिस वहां उसको पकड़ने के लिए क्यों खड़ी है? क्या पुलिस के सूत्र इतने कमजोर हैं कि पिन्नू को किसी और जगह से पुलिस नहीं पकड़ सकी.
पूर्व उपमुख्यमंत्री रेणु देवी से हैं संबंध
बता दें कि पिन्नू का पूर्व उपमुख्यमंत्री रेणु देवी के साथ नाम जुड़ने के बाद मामला काफी हाई प्रोफाइल हो गया था. इस मामले में लगातार तेजस्वी यादव नीतिश सरकार पर हमला कर रहे थे. पिन्नु कोर्ट में सरेंडर करने के लिए पहुंचा, लेकिन कोर्ट के समय के अनुसार पिन्नू नहीं पहुंचा, जहां कोर्ट ने कस्टडी लेने से इनकार कर दिया.
इस मामले में 48 घंटे के अंदर पुलिस ने पिन्नू के खिलाफ वारंट जारी कराया था. बता दें कि बीते दिनों शिवपूजन महतो नामक व्यक्ति का जबरन पिस्टल के बाल पर अपहरण कर जमीन लिखवाने का मामला सामने आया था, जिसके बाद पुलिस उसकी तलाश कर रही थी. हालांकि पिन्नू की पत्नी की भी पुलिस को तलाश है. दोनों ही पर कई तरह के आरोप हैं.
ये भी पढ़ेंः केला खाया… जूस पीकर आमरण अनशन तोड़ा, अब प्रशांत किशोर ने 'आश्रम' से शुरू किया सत्याग्रह